यदि एनडीए सरकार में विशुद्ध हिंदू रक्त है तो सावरकर को दे भारत रत्न : शिवसेना
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यदि एनडीए सरकार में विशुद्ध हिंदू रक्त है तो सावरकर को दे भारत रत्न : शिवसेना

 शिवसेना के सांसद संजय राउत ने रविवार(13 मई) को कहा कि अगर केंद्र की भाजपा नीत एनडीए सरकार की रगों में ‘‘विशुद्ध हिंदू रक्त’’ है तो उसे हिंदुत्व के दिवंगत नायक वी डी सावरकर को भारत रत्न देना चाहिए. 

शिवसेना सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सहयोगी है.(फाइल फोटो)

मुंबई: शिवसेना के सांसद संजय राउत ने रविवार(13 मई) को कहा कि अगर केंद्र की भाजपा नीत एनडीए सरकार की रगों में ‘‘विशुद्ध हिंदू रक्त’’ है तो उसे हिंदुत्व के दिवंगत नायक वी डी सावरकर को भारत रत्न देना चाहिए. शिवसेना के नेता ने कहा कि एनडीए सरकार देश भर में कार्यालयों और भवनों में भारतीय जनसंघ के संस्थापक दीनदयाल उपाध्याय की तस्वीर लगाती है लेकिन सावरकर के लिए कोई स्थान नहीं है. राउत ने ‘उत्सव’ में एक लेख में कहा, ‘‘वर्तमान सरकार को सावरकर के लिए भारत रत्न की घोषणा करनी चाहिए यदि उसमें विशुद्ध हिंदू रक्त है.

अन्यथा इसे घोषणा कर देनी चाहिए कि हिंदुत्व केवल राजनीति के लिए है.’’  शिवसेना सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सहयोगी है. राउत ने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की तस्वीर को लेकर उभरे विवाद के बाद कुछ संगठनों द्वारा कार्यालयों से सावरकर की प्रतिमा हटाने की मांग ही हिंदुत्व नायक के लिए जीत है.

राउत ने लिखा, ‘‘यह दुखद है कि जिन्ना की तस्वीर हटाने की मांग (एएमयू के हॉल से) के कारण कुछ मुस्लिम संगठन चाहते हैं कि सावरकर की प्रतिमा हटाई जाए. जो लोग जिन्ना का समर्थन करते हैं वे सावरकर से नफरत करते हैं.’’ 

शिवसेना ने सरकार पर कसा तंज, कहा- लोग अब भी ‘अच्छे दिन’ का इंतजार कर रहे हैं
इससे पहले शिवसेना ने कहा था कि लोग अब भी ‘अच्छे दिन’ का इंतजार कर रहे हैं जिसका वादा एनडीए सरकार ने किया था और उसने पार्टी के खिलाफ टिप्पणी करने के लिए महाराष्ट्र में भाजपा के एक मंत्री की आलोचना की. राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने इस सप्ताह की शुरुआत में कहा था कि शिवसेना जिस सरकार का हिस्सा है, उसी के खिलाफ सड़कों पर उतरकर ‘हंसी का पात्र’ बन गई है. उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी केंद्र और महाराष्ट्र में भाजपा की अगुआई वाली सरकारों का हिस्सा है. शिवसेना ने महंगाई और पेट्रोल के बढ़ते दामों के खिलाफ प्रदर्शन किया था. पार्टी ने अहम मुद्दों पर उसके प्रदर्शन की पाटिल द्वारा आलोचना किए जाने को खारिज कर दिया.

शिवसेना ने पार्टी के मुखपत्र सामना में एक संपादकीय में कहा, ‘‘जिन्हें लगता है कि शिवसेना ने अपना मजाक बनाया है, वे सत्ता के नशे में चूर हैं. हमारे पैर जमीन पर हैं. क्या आप (पाटिल) तब भी हम पर हंसोगे जब हम कहेंगे कि हर जगह आज लोग हंस रहे हैं क्योंकि सत्ता में आने के बाद भी अच्छे दिन कभी नहीं आए जिसका भाजपा ने वादा किया था.’’

इनपुट भाषा से भी 

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