गणतंत्र दिवस: आतंकियों के निशाने पर ASEAN देशों के प्रतिनिधि, बढ़ाई गई सुरक्षा
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गणतंत्र दिवस: आतंकियों के निशाने पर ASEAN देशों के प्रतिनिधि, बढ़ाई गई सुरक्षा

26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड के दौरान आतंकी हमले की आशंका जताई जा रही है. खुफिया सूत्रों की मानें तो गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने वाले आसियान देशों के प्रतिनिधियों पर हमले का खतरा मंडरा रहा है. 

गणतंत्र दिवस परेड. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली. 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड के दौरान आतंकी हमले की आशंका जताई जा रही है. खुफिया सूत्रों की मानें तो गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होने वाले आसियान देशों के प्रतिनिधियों पर हमले का खतरा मंडरा रहा है. इसे देखते हुए राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए गए हैं. राजपथ और उसके आस-पास के इलाकों पर 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है. सूत्रों ने जामा मस्जिद, मजनू का टीला, बाटला हाउस, कृष्णा नगर, अर्जुन नगर, दिल्ली और एनसीआर की अवैध कॉलोनियों में आतंकियों के छुपे होने की आशंका जताई है. आपको बता दें कि भारत-आसियान संबंधों के 25 साल पूरे होने के अवसर पर इस साल गणतंत्र दिवस पर इन देशों के प्रमुखों को मुख्‍य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है. 

  1. गणतंत्र दिवस परेड पर आतंकी हमले का खतरा
  2. आसियान देशों के प्रतिनिधियों को बनाया जा सकता है निशाना
  3. राजपथ और आस-पास के इलाकों की सुरक्षा बढ़ाई गई

आतंक का नया तरीका !
गणतंत्र दिवस परेड के मौके पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रहती है ऐसे में हमला करने के लिए आतंकी नए तरीके आजमा सकते हैं. ज़ी न्यूज को मिली जानकारी के अनुसार इस बार फिदायीन आतंकी लाउडस्पीकर और एम्पलीफायर को हमले का जरिया बना सकते हैं. लाउडस्पीकर और एम्पलीफायर में IED लोड कर समारोह में हमले की आशंकी जताई जा रही है. आतंकी बम धमाके के लिए टॉर्च, परफ्यूम बॉटल, खिलौने या खुफिया कैमरा का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. कहा जा रहा है कि मेटल डिटेक्टर से बचने के लिए हमलावर नॉन मेटल IED का इस्तेमाल कर सकते हैं. 

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इंटेलिजेंस ब्यूरो के सूत्रों ने दिल्ली के इन इलाकों में आतंकियों के छुपे होने की आशंका जताई है.

भारत-आसियान संबंधों के 25 साल
भारत-आसियान संबंधों के 25 साल पूरे होने के अवसर पर इस साल गणतंत्र दिवस पर इन देशों के प्रमुखों को मुख्‍य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है. इन नेताओं का बुधवार से आगमन शुरू हो रहा है. इस यात्रा के दौरान होने वाली शिखर बैठक का आयोजन ऐसे वक्‍त हो रहा है जब क्षेत्र में चीन का आर्थिक और सैन्य हटधर्मिता बढ़ती जा रही है. कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह बैठक भारत के लिये इन देशों के समक्ष व्यापार और संपर्क जैसे रणनीतिक क्षेत्रों में अपने आप को एक शक्तिशाली सहयोगी के तौर पर प्रस्तुत करने का बेहतर अवसर हो सकता है. इन नेताओं के बीच 25 जनवरी को शिखर बैठक होगी जिसमें वह समुद्री क्षेत्र में सहयोग और सुरक्षा के मुद्दे पर खुलकर अपनी बात रख सकेंगे. इसी दिन एक पूर्ण सत्र का भी आयोजन किया जायेगा. आसियान देशों में थाइलैंड, वियतनाम, इंडोनेशिया, मलेशिया, फिलीपीन सिंगापुर, म्यांमा, कंबोडिया, लाओस और ब्रुनेई शामिल हैं.

घाटी में भी फिदायीन हमले की आशंका
26 जनवरी के मौके पर जम्मू-कश्मीर में फिदायीन हमले की आशंका जताई जा रही है. फिदायीन हमले के मद्देनजर घाटी के तमाम इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है. जानकारी के अनुसार एजेंसियों ने एक कॉल इंटरसेप्‍ट करने के बाद भारतीय सेना को एक इनपुट भेजा है, जिसके मद्देनजर भारतीय सेना ने घाटी में अलर्ट जारी कर छानबीन शुरू कर दी है. घाटी में आने वाली सभी गाड़ियों की कड़ाई से चेकिंग की जा रही है.

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