कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, लेकिन बहुमत से नौ सीटें दूर रह गई.
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बेंगलुरु: केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने दंभ भरते हुए कहा कि बीजेपी कर्नाटक में सरकार बनाने जा रही है. जेडीएस को कांग्रेस की बी टीम बताते हुए जावड़ेकर ने बुधवार (16 मई) को कहा कि दोनों ही एक-दूसरे के खिलाफ लड़े थे. जावड़ेकर ने कहा कि जेडीएस और कांग्रेस का गठबंधन अनैतिक है और हम निश्चित तौर पर कर्नाटक में सरकार बनाने जा रहे हैं. कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, लेकिन बहुमत से नौ सीटें दूर रह गई. उधर कांग्रेस ने भाजपा को सत्ता से दूर रखने के लिए नाटकीय रूप से चुनाव बाद गठबंधन के तहत तीसरे नंबर की पार्टी जद (एस) को अपना समर्थन दे दिया है. त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति सामने आने के बाद सबसे बड़े दल भाजपा और चुनाव पश्चात बने कांग्रेस-जद (एस) के गठबंधन के सरकार बनाने का दावा पेश करने के बाद राज्य में भावी सरकार को लेकर संशय और गहरा गया है.
प्रकाश जावड़ेकर ने वोटों का गणित समझाते हुए कहा कि जेडीएस को मिला 18 फीसदी वोट कांग्रेस के खिलाफ पड़े हैं. साथ ही बीजेपी को मिला 37 फीसदी वोट भी कांग्रेस के खिलाफ है. दोनों वोट प्रतिशत को जोड़ दें तो पता चलता है कि कर्नाटक की जनता ने कांग्रेस को पूरी तरीके से नकार दिया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी कर्नाटक की जनता की राय को बेकार नहीं जाने देगी. बीजेपी ही सरकार बनाएगी. हालांकि प्रकाश जावड़ेकर पत्रकारों को यह नहीं समझा पाए कि आखिर बीजेपी कैसे बहुमत के आंकड़े तक पहुंचेगी. उन्होंने बस इतना कहा कि बीजेपी संवैधानिक तरीके से सरकार बनाएगी.
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सारी नजरें अब राज्यपाल वजुभाई वाला पर टिक गई हैं. उन्हें फैसला करना है कि वह सरकार बनाने के लिये सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी भाजपा को आमंत्रित करें या कांग्रेस-जद (एस) गठबंधन को बुलाएं. इस गठबंधन को अब तक घोषित परिणामों और रुझानों के हिसाब से 224 सदस्यीय विधानसभा में स्पष्ट बहुमत हासिल है.
भाजपा 104 तो कांग्रेस 78 सीटों पर विजयी
राज्य की 224 में से 222 विधानसभा सीटों पर 12 मई को मतदान हुआ था. आर आर नगर सीट पर कथित चुनावी कदाचार की वजह से चुनाव टाल दिया गया, जबकि जयनगर सीट पर भाजपा प्रत्याशी के निधन के कारण चुनाव स्थगित किया गया. चुनाव आयोग द्वारा घोषित परिणाम के अनुसार जिन 222 विधानसभा सीटों पर चुनाव कराए गए थे उसमें से भाजपा ने 104 सीटों पर जीत हासिल की है. भाजपा को 2013 के विधानसभा चुनाव के मुकाबले 64 सीटों का फायदा हुआ है.
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वहीं, कांग्रेस ने 78 सीटों पर जीत दर्ज की है. उसे पिछले चुनाव की तुलना में 44 सीटों का नुकसान हुआ है. हालांकि, उसे हासिल मतों का प्रतिशत भगवा पार्टी से लगभग दो फीसदी अधिक है. जद (एस) ने 37 सीटों पर जीत हासिल की है. उसे तीन सीटों का नुकसान हुआ है, जबकि उसकी सहयोगी बसपा ने एक सीट अपनी झोली में डाली है. केपीजेपी को एक सीट मिली है, जबकि एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी के सिर पर जीत का सेहरा बंधा है.
राज्य विधानसभा चुनाव में 72.13 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. चुनाव आयोग के अनुसार कांग्रेस को 38 फीसदी मत मिले, जबकि भाजपा को 36.2 फीसदी मत प्राप्त हुए हैं. पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा की जद (एस) को 18.4 फीसदी वोट मिले हैं.