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हो चि मिन्ह सिटी (वियतनाम) : पांच बार की विश्व चैम्पियन एमसी मैरी कॉम ने एक साल बाद मुक्केबाजी के मुकाबलों में एशियाई मुक्केबाजी चैम्पियनशिप से वापसी की है. इस टूर्नामेंट में अभी तक कहीं यह नहीं लगा कि वे इतने समय मुक्केबाजी से दूर थीं. मैरी कॉमने हालांकि माना कि रिंग में उतरने से पहले थोड़ी घबराहट थी, लेकिन अंदर कदम रखते ही उनकी घबराहट दूर हो गई.
मैरी कॉम और पदार्पण कर रही शिक्षा यहां पहले दौर का मुकाबले जीतने के बाद एशियाई मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई, जिससे भारतीयों के लिये दिन अच्छा रहा.
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ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मैरी कॉम ने स्थानीय मुक्केबाज दियेम थि त्रिन्ह कीयू को लाइट फ्लाइवेट ( 48 किलो ) में बंटे हुए फैसले पर हराया. इस वर्ग में चार बार की स्वर्ण पदक विजेता मैरी कॉम ने अपने पसंदीदा भारवर्ग में वापसी की है. वह इससे पहले 51 किलो वर्ग में खेल रही थी जिसे 2012 में ओलंपिक भारवर्ग बनाया गया था.
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शिक्षा (54 किग्रा) भी क्वार्टरफाइनल में प्रवेश करने में सफल रही, उन्होंने शुरूआती दौर में मंगोलिया की ओयुन-अर्डेने नेरगुई को पराजित किया. अब वह फेरांगिज कोशिमोवा से भिड़ेंगी, जिन्हें पहले दौर में बाई मिली.
मैरी कॉम ने देश के लिये शुरूआत की. उन्होंने धीमी शुरूआत की लेकिन दूसरे राउंड में रफ्तार पकड़ी. उसने कीयू को कोई भी सीधा पंच लगाने का मौका नहीं दिया. अब मैरी कॉमका सामना चीनी ताइवै की मेंग चियेह पिंग से होगा जिसने थाईलैंड की पानप्रदाब प्लोदसाइ को हराया. इस टूर्नामेंट में 20 देशों के 107 मुक्केबाज भाग ले रहे हैं.
(इनपुट भाषा)