मुश्किलों के भंवर में फंसते धोनी
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मुश्किलों के भंवर में फंसते धोनी

आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में सुप्रीम कोर्ट की ओर से बने पैनल का फैसला आते ही क्रिकेट जगत ही नहीं, देश भर में सनसनी फैल गई। क्रिकेट फैंस की नजरें त्वरित समाचार माध्यमों न्यूज चैनलों, फेसबुक, ट्विटर और इंटरनेट के जरिये गुगल सर्च इंजन पर आ टिकीं। देश भर में जो जहां थे वहीं इस खबर को जानने के लिए उत्सुक होने लगे, आखिर क्या फैसला आया? मैंने भी टीवी ऑन किया। न्यूज चैनल के एंकर अपने ही अंदाज में कह रहे थे आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग पर बनाई गई कमेटी ने बड़ा फैसला सुनाया। उसके बाद मेरी नजरें टीवी पर ठहर गईं। मैं विस्तार से न्यूज सुनने लगा। न्यूज में बताया गया कि सुप्रीम कोर्ट के पैनल ने चेन्नई सुपरकिंग्स के मालिक गुरुनाथ मयप्पन को सट्टेबाजी में शामिल बताते हुए, उन पर आजीवन बैन लगाया है। वहीं राजस्थान रॉयल्स के मालिक राज कुंद्रा को भी इस मामले में दोषी बताते हुए उन पर भी आजीवन पाबंदी लगाई है। साथ ही एंकर ने बताया चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स टीम पर 2 साल का बैन लगाने की सिफारिश की गई है। टीम पर बैन की खबर सुनते ही मैं सोचने लगा अब धोनी का क्या होगा?

रामानुज सिंह

आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में सुप्रीम कोर्ट की ओर से बने पैनल का फैसला आते ही क्रिकेट जगत ही नहीं, देश भर में सनसनी फैल गई। क्रिकेट फैंस की नजरें त्वरित समाचार माध्यमों न्यूज चैनलों, फेसबुक, ट्विटर और इंटरनेट के जरिये गुगल सर्च इंजन पर आ टिकीं। देश भर में जो जहां थे वहीं इस खबर को जानने के लिए उत्सुक होने लगे, आखिर क्या फैसला आया? मैंने भी टीवी ऑन किया। न्यूज चैनल के एंकर अपने ही अंदाज में कह रहे थे आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग पर बनाई गई कमेटी ने बड़ा फैसला सुनाया। उसके बाद मेरी नजरें टीवी पर ठहर गईं। मैं विस्तार से न्यूज सुनने लगा। न्यूज में बताया गया कि सुप्रीम कोर्ट के पैनल ने चेन्नई सुपरकिंग्स के मालिक गुरुनाथ मयप्पन को सट्टेबाजी में शामिल बताते हुए, उन पर आजीवन बैन लगाया है। वहीं राजस्थान रॉयल्स के मालिक राज कुंद्रा को भी इस मामले में दोषी बताते हुए उन पर भी आजीवन पाबंदी लगाई है। साथ ही एंकर ने बताया चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स टीम पर 2 साल का बैन लगाने की सिफारिश की गई है। टीम पर बैन की खबर सुनते ही मैं सोचने लगा अब धोनी का क्या होगा?

महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व वाली चेन्नई सुपरकिंग्स टीम अबतक हुए 8 आईपीएल टूर्नामेंट में 6 बार फाइनल में पहुंची, जिसमें दो बार विजेता बनने में कामयाब रही। लेकिन टीम पर बैन लगने के बाद धोनी का करियर मुश्किलों में फंसता नजर आ रहा है। क्रिकेट करियर में दो साल बहुत मायन रखता है। अगर धोनी दो साल तक आईपीएल से दूर रहे तो हो सकता है टी20 मैचों में उनका करिश्मा बरकरार नहीं रह पाएगा। क्यों अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत अधिक टी20 मैच नहीं खेले जाते हैं। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि उनके सामने तीन विकल्प है, इसमें पहला यह है कि या तो टीम के खिलाड़ियों की नीलामी में फिर से शामिल हों। दूसरा विकल्‍प यह है कि दो साल के लिए आईपीएल से दूर रहें और तीसरा विकल्‍प यह है कि उनका ट्रांसफर दूसरी टीमों कर दिया जाए। विकल्प कोई भी हो पर धोनी के सामने इनमें से किसी का भी चयन का करना कष्टकारक होगा क्योंकि चेन्नई सुपरकिंग्स उनके लिए घर जैसा था, टीम के कई सदस्य लंबे समय से साथ खेलते आ रहे थे। जो एक-दूसरे को भली भांति समझते थे। जिसका असर खेल पर दिखता था। इतना नहीं पीली जर्सी उनकी पहचान बन चुकी थी। चेन्नई के फैंस उन्हें अपना मानने लगे थे। लेकिन अब धोनी के लिए सब कुछ बदल जाएगा। न रहेगी वह टीम, न रहेगी वह जर्सी, न रहेगा वह मैनेजमेंट।

इसके अलावा इन दिनों टीम इंडिया में भी धोनी की राहें कठिन होती जा रही है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के बीच में अचानक संन्यास का फैसला उनके और टीम के बीच कुछ अच्छा नहीं चल रहा है, यह साफ नजर आया। उसके बाद टीम की कमान विराट कोहली को सौंप दी गई। यह अटकलें लगाई जाने लगी कि कोहली और उनके बीच विवाद चल रहा है। हालांकि टीम के डायरेक्टर रवि शास्त्री ने इसका खंडन करते हुए कहा, विराट कोहली और धोनी के बीच विवाद की तमाम बातें बेबुनियाद हैं, कोहली धोनी की बहुत इज्जत करते हैं और टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम का माहौल बहुत अच्छा है। उसके बाद धोनी की अगुवाई में टीम इंडिया बंग्लादेश दौरे पर गई, यहां टीम इंडिया पहली बार बांग्लादेश से वनडे सीरीज हार गई। इससे धोनी की कप्तानी की चौतरफा आलोचना होने लगी। इस पर खीझ कर धोनी ने कहा, अगर कप्तानी से हटने पर टीम का प्रदर्शन सुधर जाता है तो मैं कप्तानी छोड़ने को तैयार हूं।

कप्तान के तौर धोनी के प्रदर्शन पर नजर डालें तो वे दुनिया के बेहतरीन क्रिकेटरों में से एक हैं। उन्होंने अबतक 181 मैचों में कप्तानी की, जिनमें वे 101 मैच जीते, 65 मैच हारे और 15 का कोई नतीजा नहीं आया। इस लिहाज से पूरे खेले गए मैचों में धोनी की जीत का प्रतिशत 60.58 रहा है। भारत की ओर जिन क्रिकेटरों ने भी 50 से ज्यादा मैचों में कप्तानी की है, उनमें धोनी का जीत प्रतिशत सबसे ज्यादा है। बल्लेबाजी में वनडे मैचों में धोनी का औसत करीब 53 है, जो किसी भी भारतीय बल्लेबाज से ऊपर है। धोनी ने अपनी कप्तानी में भारत को 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप और 2011 में आईसीसी वर्ल्ड कप दिलाया, चैंपियंस ट्रॉफी जीती। धोनी की कप्तानी में भारत टेस्ट और वनडे दोनों में नंबर-1 रह चुका है। इसके साथ ही वे खुद भी वनडे में नंबर-1 रह चुके हैं। इसके बावजूद इन दिनों धोनी मुश्किलों के भंवर में फंसते नजर आ रहे हैं। यह कह सकते हैं कि धोनी का टाइम अच्छा नहीं चल रहा है।

 

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