डोनाल्ड ट्रंप ने की व्लादिमीर पुतिन की तारीफ, अमेरिकी मीडिया ने एक सुर में जताई नाराजगी
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डोनाल्ड ट्रंप ने की व्लादिमीर पुतिन की तारीफ, अमेरिकी मीडिया ने एक सुर में जताई नाराजगी

पुतिन पर ट्रंप की ओर से दिए गए बयान से अमेरिकी मीडिया नाराज है. मीडिया ने ट्रंप के बयान की तुलना देशद्रोह से कर दी है.

डोनाल्ड ट्रंप और व्लादिमीर पुतिन ने गर्मजोशी से की मुलाकात. तस्वीर साभार: Reuters

हेलसिंकी: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन के साथ एक शिखर वार्ता के बाद अमेरिका-रूस संबंधों में सुधार होने की घोषणा की. ट्रंप ने वार्ता को खुली, सीधी और बहुत सकारात्मक बताया. उन्होंने पुतिन के साथ वार्ता के बाद हेलसिंकी में संवाददाताओं से कहा, ‘हमारे संबंध अब से पहले कभी इतने खराब नहीं रहे थे, लेकिन यह करीब चार घंटे पहले बदल गया. मेरा सचमुच में यह मानना है. हालांकि पुतिन पर ट्रंप की ओर से दिए गए बयान से अमेरिकी मीडिया नाराज है. मीडिया ने ट्रंप के बयान की तुलना देशद्रोह से कर दी है.

  1. हेलसिंकी में मिले डोनाल्ड ट्रंप और व्लादिमीर पुतिन
  2. व्लादिमीर पुतिन ने कहा उन्होंने नहीं प्रभावित किया अमेरिकी चुनाव
  3. डोनाल्ड ट्रंप ने व्लादिमीर पुतिन के बयान का किया समर्थन

ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रूस के कथित हस्तक्षेप की जांच को अमेरिका के लिए एक त्रासदी बताया. ट्रंप ने कहा, ‘हमने शानदार प्रचार किया और यही कारण है कि मैं राष्ट्रपति हूं. एक बार फिर इन आरोपों को सिरे से खारिज कर रहा हूं कि 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में हिलेरी क्लिंटन पर जीत में रूसी हैकिंग और दुष्प्रचार ने मदद पहुंचाई थी.’

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पुतिन पर ट्रंप के बयान ने अमेरिकी मीडिया नाखुश
साझा प्रेस कांफ्रेंस में व्लादिमीर पुतिन ने कहा, ‘मैं चाहता था कि डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के राष्ट्रपति बनें, लेकिन रूस ने अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में कभी दखल नहीं दिया.’ इस पर ट्रंप ने कह दिया कि पुतिन सही हैं और अमेरिका का इस मामले में गलत रवैया अपना रहा है. इस बयान पर अमेरिकी मीडिया ने कहा है कि प्रतिद्वंदी देश के बारे में राष्ट्रपति ट्रंप का इस तरह का बयान देना उचित नहीं है, यह देशद्रोह से कम नहीं है. ट्रंप के इस बयान पर अलग-अलग मीडिया समूह ने प्रतिक्रिया दी हैं.

द वॉशिंगटन पोस्ट: अमेरिका के सबसे बड़े अखबार ने लिखा है- 'राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सलाहकारों के खिलाफ जाकर पुतिन की तारीफ की है. अखबार ने दावा किया है कि ट्रंप को साझा प्रेस कांफ्रेंस के लिए 100 पेज की ब्रीफिंग दी गई थी, जिसमें पुतिन पर जुबानी हमले की बात लिखी थी, लेकिन ट्रंप ने अपनी मर्जी से जाकर पुतिन के पक्ष में बयान दिए हैं.

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सीएनएन: अमेरिकी न्यूज चैनल ने लिखा है कि डोनाल्ड ट्रंप ने विदेशी धरती पर जाकर विरोधी देश के सामने अमेरिकी खुफिया एजेंसी और संसदीय समिति को झूठा ठहराया है. न्यूज चैनल ने दावा किया है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने अमेरिकी चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की थी. साथ ही क्रीमिया पर हमला भी किया था. सीएनएन ने पूर्व रिपब्लिकन सांसद और एक्सपर्ट जोए वॉल्श के हवाले से कहा है कि डोनाल्ड ट्रंप ने जो किया वह देशद्रोह है.

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द न्यूयॉर्क टाइम्स: अमेरिका के एक और प्रतिष्ठित अखबार ने कहा है डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के विदेश नीति की परंपरा तोड़ी है. अखबार ने लिखा है कि राष्ट्रपति ट्रंप ने पहले परंपरा को तोड़ते हुए हेलसिंकी गए और यहां उन्होंने विरोधी देश के नेता के बयान का समर्थन किया है. उन्होंने अमेरिकी खुफिया एजेंसी को झूठा ठहराया है. इन परंपराओं का टूटना किसी देशद्रोह से कम नहीं है.

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