खेती-बाड़ी को आज भी गांवों में रहने वाले लोगों का काम समझा जाता है. जिस देश की अर्थव्यवस्था का आधार खेती पर है. वहां इसे लेकर समय के साथ बदलाव होते दिख रहे हैं. अब सिर्फ गांव के लोग ही नहीं बल्कि शहरों से लोग लोग आकर खेती कर रहे हैं. खेती में तकनीक का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है.
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खेती-बाड़ी को आज भी गांवों में रहने वाले लोगों का काम समझा जाता है. जिस देश की अर्थव्यवस्था का आधार खेती पर है. वहां इसे लेकर समय के साथ बदलाव होते दिख रहे हैं. अब सिर्फ गांव के लोग ही नहीं बल्कि शहरों से लोग लोग आकर खेती कर रहे हैं. खेती में तकनीक का इस्तेमाल बढ़ता जा रहा है. यूट्यूब जिसे अधिकांश लोग अपने मनोरंजन के लिए इस्तेमाल करते हैं, उत्तर प्रदेश के रायबरेली के रहने वाले एक किसान ने उसी से खेती का तरीका सीखा और आज लाखों में कमाई कर रहा है.
यूट्यूब से सीखा खेती का तरीका
रायबरेली के रहने वाले राम सागर पांडे को यूट्यूब से खेती का आइडिया मिला. साल 2020 में जब वो लॉकडाउन के समय गांव में थे, उन्होंने एप्पल बेर और ताइवान अमरूद से जुड़ा एक वीडियो देखा. जिसमें बताया गया है कि कैसे इनकी खेती से अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है. वीडियो देखने के बाद उन्होंने भी एप्पल बेर और ताइवान अमरूद की खेती करने का फैसला किया.
एक बार लगाओ, सालों-साल कमाओ
उन्होंने अपनी पुश्तैनी जमीन पर परंपरागत खेती करने के बजाए एप्पल बेर और ताइवान अमरूद की खेती करने का फैसला किया. 4 एकड़ जमीन पर एप्पल बेर और 1 एकड़ जमीन पर ताइवान अमरूद की खेती शुरू की. उन्होने देसी और विदेशी फलों को मिलाकर पेड़ लगाने शुरू किए. सिंदूरी बेर और एप्पल बेर के साथ ताइवान पिंक अमरूद और जैपनीज रेड डायमंड अमरूद की खेती की. खेतों में क्यारी बनाई और हर पौधे के बीच 10 फीट की निश्चित दूरी के साथ पेड़ लगाकर शुरुआत की. शुरुआत में 1 लाख से लेकर 2 लाख रुपए तक की लागत आती है. एक बार पेड़ लगाने के बाद आप उससे सालों तक अच्छा मुनाफा कर सकते हैं. इन विदेशी फलों को बेचकर आज वो हर साल 10 से 12 लाख रुपए की कमाई कर रहे हैं.