धार्मिक ग्रंथों के अनुसार अमावस्या तिथि पितरों से संबंधित होती है. इस दिन पितरों को खुश करने के लिए दान-पुण्य का महत्व बताया गया है. साथ ही, इस दिन पिंडदान, श्राद्ध आदि भी किए जाते हैं. ऐसे में इस दिन प्याज और लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए. ऐसा करने से व्यक्ति को पितरों की कृपा मिलती है. माना जाता है कि इस दिन पितरों के लिए उनकी मनपसंद चीजें बनानी चाहिए. शाम के समय दक्षिण दिशा में सरसों के तेल का दीपक जलाएं.
हर माह के आखिरी दिन पूर्णिमा तिथि होती है. ऐसे में इस दिन का भी खास महत्व है. पूर्णिमा का संबंध चंद्रमा से माना जाता है. जो कि मां लक्ष्मी के भाई है. इस दिन लक्ष्मी पूजा का खासस महत्व बताया गया है. ऐसे में इस दिन प्याज-लहसुन खाने से परहेज करना चाहिए.
एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित होती है. इस दिन भगवान विष्णु के लिए व्रक रखा जाता है. मान्यता है कि इस दिन प्याज और लहसुन बिल्कुल नहीं खाना चाहिए. साथ ही, इस दिन तामसिक भोजन से भी परहेज करना चाहिए. बता दें कि अगर आप व्रत नहीं भी रख रहे हैं, तो भी प्याज-लहसुन से परहेज करें.
गणेश चतुर्थी पर्व हर माह में दो बार मनाया जाता है. इस दिन खास रूप से भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की जाती है. ऐसे में इस दिन भूलकर भी घर में प्याज और लहसुन का इस्तेमाल न करें.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हर माह की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है. इस दिन भगवान शिव की पूजा करने का विधान है. इस दिन कुछ लोग व्रत भी रखते हैं. ऐसे में इस दिन लहसुन और प्याज का सेवन निषेध होता है.
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