ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसीभी व्यक्ति की कुंडली में मंगल का विशेष महत्व बताया जाता है. कहते हैं कि अगर मंगल की स्थिति मजबूत होती है, तो व्यक्ति को जीवन में किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ता. वहीं, मंगल का कमजोर होने व्यक्ति की रोग, बुद्धि, साहस और आत्मविश्वास आदि की कमी होने लगती है. जीवन में कई तरह की परेशानियां घेरने लगती हैं. जानें मंगल के गोचर से किन राशि वालों को विशेष रूप से सावधान रहना होगा.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंभ राशि के जातकों के लिए मिथुन राशि में गोचर करना कठिन समय की शुरुआत हो सकता है. बता दें कि ये गोचर आपके पंचम भाव में होने जा रहा है. लेकिन पेशेवर जीवन के साथ-साथ गर्भावस्था या उनके बच्चों के लिए समस्याएं पैदा कर सकता है. अचानक और अवांछित नौकरी में परिवर्तन देखने को मिल सकता है. व्यापार में जोखिम उठाने के लिए ये समय बिल्कुल सही नहीं है.
मंगल 13 मार्च को मिथुन राशि में प्रवेश कर चुके हैं. ऐसे में बता दें कि इस राशि के सप्तम भाव में मंगल गोचर करने जा रहे हैं और दशम भाव पर दृष्टि करेगा. करियर में कुछ अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है, जो दिमाग पर हावी होंगी. ऐसे में सलाह दी जाती है कि 10 मई तक थोड़ा सावधानी के साथ चलें. अपने कार्यों पर पूरी तरह ध्यान केंद्रित करें.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वृश्चिक राशि वालों के लिए मंगल का ये गोचर अष्टम भाव में होने जा रहा है. इसका सीधा प्रभाव व्यक्ति के स्वास्थ्य पर देखने को मिलेगा. वाणी और संचार पर भी प्रभाव देखने को मिलेगा, इसका प्रभाव कार्यस्थल पर साफ देखा जा सकता है. वाणी पर नियंत्रण रखना बेहद जरूरी है. ऐसे में बोलते समय थोड़ा सावधान रहें.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मिथुन राशि में मंगल का गोचर इस राशि के बाहरवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं. ऐसे में इस राशि वालों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. आपके लिए स्थितियां अनुकूल नहीं होंगी. करियर को लेकर भी कई उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं. कई बदलाव से गुजरना पड़ सकता है. इस अवधि में शक्ति और साहस की कमी आएगी. नौकरी में भी परिवर्तन और स्थानांनरण मिल सकता है.
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