Shani Chandra Yuti Fal: शनिदेव इसी साल जनवरी की 17 तारीख को अपनी राशि कुंभ में प्रवेश कर गए थे. तब से वह इसी राशि में हैं. मई के महीने में चंद्रमा भी कुंभ राशि में आने वाले हैं. अब शनि और चंद्रमा की युति के कारण विष योग का निर्माण हो रहा है.
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Shani Chandra Yuti Benefits: शनि देव को ज्योतिष शास्त्र में बेहद अहम ग्रहों में से एक माना जाता है. वे सबसे धीमी गति से चलने वाले ग्रह हैं. उनको एक से दूसरी राशि में जाने में ही ढाई साल लग जाते हैं. हालांकि लोग उनके नाम से ही डर जाते हैं और क्रूर ग्रह मानते हैं. जबकि ऐसा है नहीं. शनिदेव कर्मफल दाता हैं. यानी व्यक्ति जैसा कर्म करता है, शनिदेव उसको वैसा फल देते हैं.
शनिदेव इसी साल जनवरी की 17 तारीख को अपनी राशि कुंभ में प्रवेश कर गए थे. तब से वह इसी राशि में हैं. मई के महीने में चंद्रमा भी कुंभ राशि में आने वाले हैं. अब शनि और चंद्रमा की युति के कारण विष योग का निर्माण हो रहा है.
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, कुंभ राशि में 12 मई को सुबह 12 बजकर 18 मिनट से 14 मई की सुबह 3 बजकर 24 मिनट तक चंद्रमा विराजमान रहेंगे. इसके बाद वह मीन राशि में संचार कर जाएंगे. दरअसल चंद्रमा और शनि की युति के कारण बन रहे विष योग को अशुभ माना जाता है. कुछ राशियों को इससे सावधान रहने की जरूरत है. आए आपको बताते हैं कि वे राशियां कौन सी हैं.
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि की गोचर कुंडली में शनि चौथे भाव में हैं. चंद्रमा की युति के कारण विष योग का निर्माण हो रहा है. इस वजह से वृश्चिक राशि के जातकों को काफी दिक्कतों से जूझना पड़ सकता है. वह इसलिए क्योंकि इस राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है. कहीं निवेश या लेनदेन से पहले 10 बार सोच लें क्योंकि पैसों का नुकसान हो सकता है. मानसिक तनाव भी हो सकता है. ज्यादा मेहनत के बाद सफलता मिलने में मुश्किल हो सकती है.
कन्या राशि
शनि के इस राशि के छठे भाव में होने और विष योग के कारण कन्या राशि वालों को मुसीबतें झेलनी पड़ेंगी. शत्रु आपका अहित कर सकते हैं. फिजूलखर्च से बचें. नौकरी में भी सतर्क रहें, क्योंकि इससे बुरा असर पड़ सकता है. कर्ज का बोझ पड़ सकता है. शारीरिक और मानसिक कष्ट से परेशान रहेंगे. आर्थिक स्थिति के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी.
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों को भी विष योग परेशान करेगा. इस राशि के आठवें भाव में शनि हैं. इसके अलावा ढैय्या भी चल रही है. छोटी कोशिशों के लिए भी ज्यादा मेहनत करनी पड़ सकती है. काम की शुरुआत से पहले रुकावट आ सकती है. संतान आपको टेंशन दे सकती है. इसके अलावा शादीशुदा जीवन भी ठीक नहीं रहेगा.
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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)