Vastu Shastra remedy: वास्तु शास्त्र, घर के वातावरण को शुभ और मंगलमय बनाने का एक प्राचीन ज्ञान-विज्ञान है. इसके अनुसार घर के अंदर सकारात्मक ऊर्जा रखना बहुत जरूरी होता है. वास्तु शास्त्र के मुताबिक हर चीज की अपनी सही जगह और दिशा होती है. वास्तु शास्त्र को ध्यान में न रखने की वजह से हुई छोटी-छोटी गलतियां भी बड़ी परेशानियों की वजह बन सकती हैं. ये गलतियां आपके शारीरिक, मानसिक स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिति पर नकरात्मक असर डालती हैं. 


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टीवी देखते समय दिशा
वास्तु शास्त्र में बताया गया है की जब हम टीवी देखते हैं, तो हमारा मुख दक्षिण दिशा में होना चाहिए. इससे हम सकारात्मक ऊर्जा को सही तरीके से प्राप्त कर सकते हैं.


खाना खाते समय दिशा
खाना खाने के समय भी सही दिशा का चुनाव विशेष रूप से महत्वपूर्ण है. जब हम खाना खाते हैं, तो हमारा मुख पूर्व या उत्तर पूर्व दिशा में होना चाहिए. इस दिशा में खाना खाने से हमें उचित ऊर्जा मिलती है, और ऐसा नहीं करना वास्तु शास्त्रों के अनुसार अशुभ होता है. जिससे आपको शारीरिक, मानसिक रूप से तनाव झेलना पड़ सकता है.


फर्नीचर रखने की सही दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार, हल्के फर्नीचर को उत्तर या पूर्व दिशा में और भारी फर्नीचर को दक्षिण या पश्चिम दिशा में रखना चाहिए. इससे घर में संतुलन बना रहता है और आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती है. यदि आप इसके विपरीत रखते हैं, तो घर में निगेटिव एनर्जी पैदा होती है.


फर्नीचर खरीदने का समय
मंगलवार, शनिवार और अमावस्या के दिन फर्नीचर या लकड़ी नहीं खरीदनी चाहिए. वास्तु शास्त्र के अनुसार इन दिनों में फर्नीचर खरीदना अशुभ माना जाता है. इसके अलावा, जब आप फर्नीचर खरीदते हैं, तो आपको ध्यान देना चाहिए कि वह किस प्रकार की लकड़ी से बना है. शुभ फल देने वाले पेड़ों की लकड़ी, जैसे शीशम, चंदन, नीम, अशोक, सागवान, साल और अर्जुन, का चयन करना चाहिए. इससे आपके शारीरिक, मानसिक और आर्थिक स्थिति में वृद्धि होती है.


(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)