Things To Know About Car Airbags: भारत में अब कार सेफ्टी को लेकर बहुत ध्यान दिया जा रहा है. भारत सरकार पहले ही कारों में 2 एयरबैग देने को अनिवार्य कर चुकी है और अब अक्टूबर से सभी कारों के लिए 6 एयरबैग को अनिवार्य किए जाने का उम्मीद है. इसके साथ ही, हाल ही में सरकार ने भारत-एनकैप पेश किया है, जो अक्टूबर से लागू हो जाएगा. यानी, आप कह सकते हैं कि कारों की सेफ्टी को लेकर प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं. कारों की सेफ्टी में एयरबैग महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं लेकिन कुछ स्थितियां ऐसी होती हैं, जिनमें यह नहीं खुलते हैं. चलिए, इनके बारे में बताते हैं.


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सीट बेल्ट ना बांधी होना


एयरबैग को प्रभावी ढंग से काम करने के लिए ड्राइवर और यात्रियों को हमेशा सीट बेल्ट बांधनी चाहिए. एयरबैग, सीट बेल्ट के साथ काम करते है ताकि चालक और यात्रियों को सुरक्षित रखा जा सके. अगर सीट बेल्ट नहीं बंधी होगी तो एयरबैग खुलने पर चालक या यात्री को गंभीर चोट लग सकती है. इसीलिए, इन दोनों को साथ से काम करने के लिए डिजाइन किया जाता है.


कार की गति का कम होना


एयरबैग आमतौर पर 20 मील प्रति घंटे या उससे अधिक की गति से होने वाले हादसों में खुलते हैं. अगर कार की गति बहुत कम है, तो एयरबैग नहीं खुलेंगे. हालांकि, यह कंपनी के ऊपर निर्भर करता है कि वह कार में एयरबैग को कितनी गति पर खुलने के लिए डिजाइन करती है. यह गति के साथ-साथ इंपैक्ट पर भी निर्भर करता है.


कम जोर से इंपैक्ट होना


एयरबैग आमतौर पर तब खुलते हैं जब कार में लगे एयरबैग सेंसर्स को इंपैक्ट का पता चलता है. अगर इंपैक्ट कम हुआ और सेंसर्स तक इंपैक्ट का फोर्स नहीं पहुंचा तो एयरबैग नहीं खुलेंगे, जो कि आमतौर पर कम स्पीड पर होता है. कम स्पीड पर हादसे का इंपैक्ट होता है.


एयरबैग सिस्टम में खराबी


एयरबैग सिस्टम में खराबी के कारण एयरबैग नहीं खुल सकते हैं. यदि एयरबैग सिस्टम में खराबी का पता चलता है, तो इसे तुरंत ठीक किया जाना चाहिए.