Trending Photos
नई दिल्ली: दुनिया के महानतम वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंसटाइन (Albert Einstein) ने कहा था कि 'इनकम टैक्स दुनिया की सबसे मुश्किल चीज है'. उनकी ये बात कुछ हद तक सच भी है, क्योंकि जिनके अंदर इनकम टैक्स (Income tax) का डर बैठ गया तो उनके लिए इनकम टैक्स किसी चुनौती से कम नहीं है, लेकिन जिसने एक बार समझ लिया, उसके लिए कोई मुश्किल नहीं. इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) भरने के लिए अगर आप भी कोई चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) खोज रहे हैं, क्योंकि खुद भरने से डर लगता है तो हम आपका ये डर आज निकाल देते हैं. हम आपको सिर्फ 5 स्टेप्स में बताएंगे कि ITR भरते समय कैसे उन गलतियों से बच सकते हैं जो आम तौर पर लोग कर जाते हैं. अगर आपने ये गलतियां नहीं की तो ITR भरने के लिए न तो आपको किसी CA की जरूरत पड़ेगी और न ही आइंसटाइन की तरह डरने की.
1. सही ITR फॉर्म का चयन करें
सबसे पहले तो आपको ये जानकारी होनी चाहिए कि आपको कौन सा इनकम टैक्स फॉर्म (ITR) भरना है. गलत ITR फॉर्म भरने पर ये रिजेक्ट हो जाएगा फिर आपको रिवाइज्ड रिटर्न (Revised Return) जमा करना होगा. ITR फॉर्म कौन सा भरना है, ये आपकी नौकरी के स्रोत पर निर्भर करता है.
2. बचत खातों पर मिलने वाला ब्याज जरूर दिखाएं
अक्सर लोग अपने बचत खाते पर मिलने वाले ब्याज को ITR में नहीं दिखाते या इसकी जरूरत नहीं समझते. ये एक बहुत बड़ी गलती है, इसे इनकम टैक्स कानून के तहत टैक्स चोरी माना जाता है. इनकम टैक्स विभाग ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है. अगर आप ब्याज को दिखाते हैं तो इनकम टैक्स धारा 80TTA के तहत ब्याज पर 10 हजार रुपए तक की छूट भी मिल सकती है.
3. अपनी निजी जानकारियां सही से भरें
ITR फॉर्म में अपना नाम, पूरा पता ई-मेल आईडी, कॉन्टैक्ट नंबर बिल्कुल सही सही भरें, कोई भी स्पेलिंग मिस्टेक भारी पड़ सकती है. मोबाइल नंबर वही लिखें जो रजिस्टर्ड हो. आप ऐसे समझिए कि ITR में भरी गई जानकारी बिल्कुल आधार की जानकारी से मैच होना चाहिए. जरा सी भी जानकारी इधर उधर हुई तो SMS सूचनाओं और सरकार की ओर से मिलने वाले रिफंड में भी परेशानी आ सकती है.
4. नौकरी बदली है तो ध्यान रखें
अगर आपने किसी वित्त वर्ष में एक साल के अंदर ही नौकरी छोड़कर कहीं दूसरी जगह नौकरी ज्वाइन कर ली है तो ITR भरते समय ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है. क्योंकि ऐसे में आपको अपनी पिछली और मौजूदा दोनों कंपनियों से फार्म -16 लेना होगा. फॉर्म-16 यह सुनिश्चित करता है आपके आयकर रिटर्न में कम से कम समय लगेगा और उसमें होने वाली गलतियां भी कम होंगी.
ये भी पढ़ें: पैसे कट गए लेकिन ATM से नहीं निकला कैश, तो बैंक देगा रोजाना 100 रुपये हर्जाना, जानें कैसे ?
5. ITR भरने के बाद वेरिफाई जरूर करें
ITR भरने के बाद ये सबसे अहम पड़ाव है, जिसमें ज्यादातर लोग चूक कर जाते हैं. ITR भरकर जमा करना ही काफी नहीं है, बल्कि इसको वेरिफाई भी करना होता है. इसको वेरिफाई करने के कई तरीके हैं. आप ई-वेरिफिकिकेशन पर जाकर आधार नंबर के जरिए वेरिफाई कर सकते हैं, या फिर आप सीपीसी-बेंगलुरु भेजकर भी इसको वेरिफाइ करा सकते है.
आपको बता दें कि इनकम टैक्स रिटर्न भरने की आखिरी तारीख बढ़ाकर 30 सितंबर 2020 कर दी गई है.
LIVE TV