Apple की नई प्राइवेसी पॉलिसी का Facebook लगातार विरोध कर रहा है. इसी के चलते फेसबुक ने ये कार्रवाई की है. कंपनी का कहना है कि ऐपल का पेज कभी वेरिफाई ही नहीं था. लेकिन वेरिफिकेशन नहीं होने के बावजूद पेज पर Blue Tick अब से पहले क्यों था? इस सवाल पर कंपनी ने चुप्पी साध रखी है.
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नई दिल्ली: आईफोन निर्माता कंपनी ऐपल (Apple) और फेसबुक (Facebook) के बीच शुरू हुई जंग अब एक नया रूप लेने लगी है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब फेसबुक ने ऐपल के सोशल मीडिया पेज (Apple Facebook Page) से ब्लू टिक हटा लिया है. कंपनी का कहना है कि ये पेज कभी वेरिफाई ही नहीं हुआ था. जिसके बाद से ही दोनों दिग्गज कंपनियों के बीच बहस का दौर जारी है.
फेसबुक ने बयान जारी कर कहा कि ऐपल पेज के ऐडमिन ने अभी तक वेरिफिकेशन प्रोसेस के तहत इसके लिए आवेदन नहीं दिया है. इस बयान से नाराज होकर ऐपल के सीईओ टिम कुक ने हाल ही में कहा था कि ऐपल फेसबुक को उनके यूजर्स का डेटा ट्रैक करने से रोक नहीं रहा है, बल्कि ऐपल अपने यूजर्स को च्वाइस देना चाहती है कि वो खुद तय करें कि डेटा ट्रैक करवाना है या नहीं.
दरअसल, फेसबुक अपने ऐप यूज करने वाले यूजर्स को टार्गेटेड ऐड या पर्सनलाइज्ड ऐड्स के लिए ट्रैक करता है. यानी उनकी डिटेल्स कलेक्ट करता है ताकि वो इसे दूसरे बिजनेस से बेच सके. लेकिन ऐपल के नए प्राइवेसी फीचर के आ जाने से अपना डेटा ट्रैक करवाना या न करवाना यूजर की मर्जी रहेगी. आने वाले iOS 14.4 अपडेट में ये फीचर मिलेगा. लेकिन इसका फेसबुक विरोध कर रहा है.
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फेसबुक ने ये नहीं कहा कि इस पॉलिसी से उसका नुकसान होगा, बल्कि ऐपल के इस फैसले से छोटे व्यापारियों के नुकसान का हवाला दिया जा रहा है. बहरहाल ऐपल अपने स्टैंड पर कायम है. हालांकि हैरानी की बात ये है कि ये फीचर अभी भी यानी iOS 14.3 पर चलने वाले आईफोन में भी मिल रहा है.
बता दें कि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर बड़ी सेलिब्रेटी, कंपनी, ब्रांड व ऑर्गेनाइजेशन इत्यादि को ब्लू टिक दिया जाता है. इसका मकसद उनकी सत्यता का प्रमाण होता है. इसे वेरिफिकेशन टिक भी कहा जाता है. सोशल मीडिया पर कौन सा अकाउंट असली और ऑरिजनल है, इसी टिक से पता चलता है.
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