Gas Price Hike: गैस की कीमतों को लेकर वित्तमंत्री सीतारमण ने दी बड़ी जानकारी, सुनकर हो जाएंगे खुश!
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Gas Price Hike: गैस की कीमतों को लेकर वित्तमंत्री सीतारमण ने दी बड़ी जानकारी, सुनकर हो जाएंगे खुश!

Gas Price Latest Update: भारत समेत कई देशों में गैस की कीमतों (Gas Price) में तेजी देखने को मिल रही है. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने गैस की कीमतों को लेकर बड़ी जानकारी दी है. आइए जानें भारत को लेकर सरकार का क्या खास प्लान है-

Gas Price Hike: गैस की कीमतों को लेकर वित्तमंत्री सीतारमण ने दी बड़ी जानकारी, सुनकर हो जाएंगे खुश!

FM Nirmala Sitharaman: भारत समेत कई देशों में गैस की कीमतों (Gas Price) में तेजी देखने को मिल रही है. वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने गैस की कीमतों को लेकर बड़ी जानकारी दी है. सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने कहा है कि वैश्विक ऊर्जा संकट के बीच गैस बहुत महंगी (Gas Price Hike) होने के कारण कोयला की एक बार फिर से वापसी होने जा रही है. सीतारमण ने कहा कि पश्चिमी दुनिया के देश फिर से कोयले की ओर बढ़ रहे हैं. 

पश्चिमी दुनिया के देश बढ़ रहें आगे
आपको बता दें इस समय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों में भाग लेने के लिए अमेरिकी आई हुई हैं. उन्होंने यहां शनिवार को भारतीय पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा है कि पश्चिमी दुनिया के देश कोयले की ओर बढ़ रहे हैं. ऑस्ट्रिया पहले ही यह कह चुका है, और आज वे कोयले की ओर लौट रहे हैं.

प्राकृतिक गैस में हुई कटौती
यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद पश्चिमी देशों ने कई प्रतिबंध लगाए हैं, जिसके चलते यूरोप को प्राकृतिक गैस की आपूर्ति में तेजी से कटौती हुई है. ऐसी स्थिति में उनके लिए वैकल्पिक ऊर्जा संसाधनों की तलाश जरूरी हो गई है. वित्त मंत्री ने एक सवाल के जवाब में कहा कि ब्रिटेन में भी एक पुराने ताप-बिजली संयंत्र को उत्पादन के लिए फिर से तैयार किया जा रहा है.

गैस का खर्च हर दिन बढ़ रहा है
सीतारमण ने कहा है कि वास्तव में वह खुद को एक ताप इकाई के लिए फिर से तैयार कर रहा है. इस तरह सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि कई देश (कोयले की तरफ) वापसी कर रहे हैं. कोयला अब वापस आने वाला है, क्योंकि मुझे लगता है कि गैस का खर्च अब उठाया नहीं जा सकता है या गैस उतनी उपलब्ध नहीं है, जितनी जरूरत है. उन्होंने कहा कि यूरोप ने सही निर्णय लिया है और यदि उन्हें जरूरत के मुताबिक गैस नहीं मिल रही है तो अन्य स्रोतों की तलाश करनी ही होगी.

इनपुट - एजेंसी

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