अगर आप होम लोन की EMI का बोझ चुकाते चुकाते परेशान हो चुके हैं, और EMI को बोझ कम होने को कोई रास्ता नहीं सूझ रहा तो परेशान न हों.
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नई दिल्ली: अगर आप होम लोन की EMI का बोझ चुकाते चुकाते परेशान हो चुके हैं, और EMI को बोझ कम होने को कोई रास्ता नहीं सूझ रहा तो परेशान न हों. कुछ समय पहले तक बैंक होम लोन 8-9 परसेंट पर दे रहे थे, लेकिन अब ज्यादातर बैंकों के होम लोन 7 परसेंट के करीब हैं.
फेस्टिव सीजन में कई बैंक्स होम लोन पर कई ऑफर्स और डिस्काउंट भी ऑफर कर रहे हैं, ऐसे में अगर आप अपना पुराना होम लोन दूसरे बैंक में शिफ्ट करते हैं तो आपकी EMI का बोझ कम हो सकता है. हालांकि लोन शिफ्ट कब करना है, इसकी थोड़ी सी प्लानिंग पहले ही करनी होती है.
मान लीजिए आपने आज से 4 साल पहले यानी 2016 में होम लोन लिया था, तब होम लोन पर ब्याज दरे 9.25 परसेंट हुआ करती थीं. अब मान लीजिए आप होम लोन को किसी नए बैंक में शिफ्ट करके 7 परसेंट पर ले जाते हैं तो आपकी EMI में कितना फर्क पड़ेगा जरा ये समझिए
होम लोन शिफ्ट से EMI पर फर्क
मौजूदा बैंक
साल 2016
लोन अमाउंट 30 लाख
ब्याज दर 9.25%
लोन की अवधि 20 साल
EMI 27,476
अब मान लीजिए 2020 में आपने नए बैंक में होम लोन को शिफ्ट किया. आउटस्टैंडिंग लोन 26 लाख रुपये बचा.
नया बैंक
साल 2020
लोन अमाउंट 26 लाख
ब्याज दर 6.90%
लोन की अवधि 16 साल
EMI 22,400
यानी हर महीने आपकी EMI करीब 5000 रुपये कम हो जाएगी. आपको ब्याज चुकाने में कैसे फायदा होगा, इसको ऐसे समझिए
अगर 16 साल की अवधि के दौरान नए बैंक से होम लोन पर कुल ब्याज चुकाया = 17,00,820 रुपये
अगर 16 साल की अवधि के लिए पुराने बैंक से होम लोन पर कुल ब्याज चुकाया = 23,90,488 रुपये
ब्याज में अनुमानित बचत = 23,90,488 - 17,00,820 = 6.89 लाख
यानी बाकी लोन अवधि के दौरान लोन शिफ्टिंग से आप करीब 6.9 लाख रुपये तक की बचत कर सकते हैं.
1. अपना होम लोन मौजूदा बैंक से किसी दूसरे बैंक में शिफ्ट करने से पहले सभी बैंकों की ब्याज दरों का एक तुलनात्मक अध्ययन कर लें. जब आपको लगे कि आपका बैंक आपसे ज्यादा ब्याज ले रहा है तो उससे दरें घटाने के लिए कहें. अगर आपका बैंक आपकी मांग पर विचार करता है और आपके लिए ब्याज दरें कम कर देता है तो इससे अच्छा कुछ नहीं. तब आपको होम लोन किसी दूसरे बैंक में शिफ्ट करने की जरूरत नहीं. आप कागजी कार्यवाही से बच जाएंगे.
2. अगर आपका बैंक आपकी मांग पर विचार नहीं करता है और ब्याज दरें घटाने से इनकार कर देता है. तब आपको किसी दूसरे बैंक से संपर्क करना चाहिए. जो आपको कम दरों पर लोन मंजूर कर रहा हो. आपको दूसरे बैंक में एक एप्लीकेशन देनी चाहिए जिसमें सभी जरूरी कागजात अटैच हों. जब नए बैंक से आपको सैंक्शन लेटर (Sanction letter) मिल जाए तो समझिए आपका काम बन गया. इस लेटर को लेकर अपने मौजूदा बैंक के पास जाइए. उससे लोन आउस्टैंडिंग और बाकी दूसरी जानकारियां एक लेटर पर मांगें. मौजूदा बैंक से अपना ओरिजिनल प्रॉपर्टी के पेपर्स मांगें.
3. मौजूदा बैंक की ओर से दिए गए लेटर को लेकर आप नए बैंकर के पास जाएं. नया बैंक लोन ट्रांसफर की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएगा और कुछ समय बाद लोन अमाउंट को डिस्बर्स (disburse) करेगा. हालांकि इसमें थोड़ा वक्त जरूर लग सकता है.
1. कम ब्याज दरों पर होम लोन शिफ्टिंग से आपको लंबे समय में फायदा होगा, जिसके लिए आपको इसकी कीमत चुकानी पड़ सकती है. आपका मौजूदा बैंक लोन-प्रीपेमेंट चार्ज के तौर पर आपसे 0.50% के करीब चार्ज कर सकता है. अगर आपने लोन किसी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी से फ्लोटिंग रेट पर लिया है, तो आप प्री-पेमेंट चार्ज से बच सकते हैं, लेकिन अगर लोन फिक्स्ड रेट पर लिया गया है तो हाउसिंग फाइनेंस कंपनी प्री-पेमेंट चार्ज ले सकती है.
2. मौजूदा बैंक के बाद नया बैंक भी आपसे लोन की प्रोसेसिंग फीस लेगा, जो कि 0.50 परसेंट से लेकर 1.5 परसेंट तक होती है. कई बैंक्स लोन प्रोसेसिंग फीस माफ भी कर देते हैं. जैसा कि आजकल फेस्टिव सीजन को देखते हुए कई SBI समेत बैंक्स कर रहे हैं. कई बार बैंक आपके अच्छे ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए भी प्रोसेसिंग फीस को माफ कर देते हैं, लेकिन इसके लिए आपको बैंक से अपील करनी होगी.
1. लोन शिफ्ट तभी करें जब आपका लंबी अवधि का लोन बचा हुआ हो, जैसे 15 से 18 साल का लोन बकाया हो
2. जब आपका लोन अमाउंट काफी ज्यादा हो तभी लोन शिफ्टिंग का फायदा है. कम लोन राशि है तो इससे बचें
3. जब नया बैंक मौजूदा बैंक के मुकाबले कम रेट पर लोन ऑफर कर रहा हो
4. लोन शिफ्टिंग से पहले नए बैंक की सभी शर्तें और चार्जेज पहले ही ध्यान से समझ लें. सब कुछ जानने के बाद ही प्रोसेस शुरू करें
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