कोरोना वायरस संकट (Coronavirus Pandemic) के बीच शुक्रवार (27 नवंबर) को दूसरी बार जीडीपी (GDP) के आंकड़े आ गए हैं. अर्थव्यवस्था को रिकवरी मिली है लेकिन इसके बावजूद निगेटिव ग्रोथ की वजह से मंदी पर मुहर लगी है.
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नई दिल्ली: चालू वित्त वर्ष (Financial Year 20-21) की दूसरी तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के आंकड़े आ गए हैं. अगर पहली तिमाही से तुलना करें तो अर्थव्यवस्था (Economy) को रिकवरी मिली है लेकिन इसके बावजूद निगेटिव ग्रोथ मंदी पर मुहर लगा रही है. जुलाई-सितंबर तिमाही में जीडीपी में 7.5 फीसदी की गिरावट आई है. पहली तिमाही में जीडीपी में 23.9% की अभूतपूर्व गिरावट आई थी.
पहली तिमाही की तुलना में बेहतर
कोरोना वायरस संकट (Coronavirus Pandemic) के बीच शुक्रवार (27 नवंबर) को दूसरी बार जीडीपी (India GDP Q2 Data) के आंकड़े आ गए हैं. वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी यानी सितंबर तिमाही में जीडीपी ग्रोथ निगेटिव में 7.5 फीसदी रही है. ये आंकड़े पहली तिमाही की तुलना में अर्थव्यवस्था को रिकवरी देने की गवाही देते हैं. बावजूद इसके निगेटिव ग्रोथ अर्थव्यवस्था के लिए सही संकेत नहीं हैं. लगातार दो तिमाही में निगेटिव ग्रोथ मंदी मानी जाएगी.
क्या कहना है सरकार का
चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर के सुब्रमण्यन का कहना है कि पहले की अपेक्षा हमारी इकोनॉमी (Economy) अब बेहतर हो रही है. कोरोना (Coronavirus) की वजह से इकोनॉमी में सुस्ती आई है. यही वजह रही कि पहली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ निगेटिव में करीब 24 फीसदी पर चला गया था.
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8.6 फीसदी की गिरावट का था अनुमान
रिजर्व बैंक (Reserv Bank) के अनुमान की अपेक्षा जीडीपी के आंकड़े बेहतर हैं. रिजर्व बैंक ने सितंबर तिमाही में जीडीपी में 8.6 फीसदी की गिरावट का अनुमान लगाया था. केयर रेटिंग्स ने भी सितंबर तिमाही में जीडीपी में 9.9 फीसदी की गिरावट का अनुमान लगाया था. इस लिहाज से तीसरी और चौथी तिमाही में अर्थव्यवस्था में सुधार की उम्मीद की जा सकती है.
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इन आठ उद्योगों की ग्रोथ में गिरावट
बात करें अलग-अलग क्षेत्रों की तो भारत के आठ प्रमुख उद्योग क्षेत्रों की ग्रोथ में गिरवाट आई है. इन आठ बुनियादी उद्योग क्षेत्रों में नेचुरल गैस, कोयला, क्रूड ऑयल, स्टील, रिफाइनरी उत्पाद, उर्वरक, सीमेंट और बिजली शामिल हैं.
कृषि क्षेत्र में ग्रोथ
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अनुसार, वित्त वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही में कृषि क्षेत्र की ग्रोथ दर 3.4 फीसद रही है. हालांकि इसके 3.9 फीसद रहने का अनुमान था.
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