मुंबई : घरेलू विमान कंपनियों इंडिगो और गोएयर ने प्रैट एंड व्हिटनी इंजन वाले विमानों की उड़ान पर रोक लगाए जाने के बाद बुधवार को तीसरे दिन कटौती के साथ परिचालन जारी रखा. दोनों कंपनियों ने बुधवार को करीब 50 उड़ानें रद्द की हैं. कुल रद्द 48 उड़ानों में से 42 उड़ानें इंडिगो और 6 गोएयर की हैं. कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर दी जानकारी में कहा कि इंडिगो ने 14 मार्च के लिये 42 उड़ानों को रद्द किया है. इनमें मुंबई, कोलकाता, पुणे, जयपुर, श्रीनगर, भुवनेश्वर, चेन्नई, दिल्ली, देहरादून, अमृतसर, बेंगलुरु और हैदराबाद समेत अन्य जगहों के लिए उड़ानें शामिल हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बुधवार को कुल 6 उड़ानों को रद्द किया
दूसरी विमान कंपनी गोएयर ने कहा कि उसने बुधवार को कुल 6 उड़ानों को रद्द किया है. मंगलवार को उसने 18 उड़ानों को रोक दिया था. गौरतलब है कि विमानन नियामक डीजीसीए ने एक खास सीरीज के प्रैट एंड व्हिटनी इंजन वाले 11 ए-320 नियो विमानों की उड़ानों पर तुरंत प्रभाव से रोक लगा दी है. नियामक के फैसले के बाद दोनों कंपनियों ने उड़ानों पर रोक लगाई है जिसके कारण हजारों यात्रियों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.


BSNL, एयर इंडिया, MTNL हैं सबसे बीमारू सरकारी कंपनियां


65 से ज्यादा उड़ानें रद्द की थी
कल, इंडिगो और गोएयर ने 65 से ज्यादा उड़ानें रद्द कीं. दोनों कंपनियों ने कहा कि वे यात्रियों की असुविधा को कम करने के लिये कदम उठा रही हैं, जिन यात्रियों की टिकट रद्द की गई उन्हें वैकल्पिक उड़ान में टिकट बुकिंग करने के साथ- साथ बिना किसी अतिरिक्त लागत के टिकट रद्द करने या अपनी यात्रा पुनर्निर्धारित करने का विकल्प दिया गया है.


शीघ्र ही उड़ानों को फिर से शुरू किया जाएगा
इससे पहले विमानों की उड़ान पर रोक लगाए जाने के बाद केंद्रीय नागर विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा था कि नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने खराब किस्म के इंजन वाले ए320 नियो विमानों की उड़ान को यात्रियों की सुरक्षा के लिए रोका है. उन्होंने उम्मीद जताई कि विमानन कंपनियां शीघ्र ही उड़ानों को फिर से शुरू कर लेंगी. डीजीसीए के इस निर्णय के बाद इंडिगो और गोएयर को कई उड़ानें रद्द करनी पड़ी थी. दोनों कंपनियों के 11 विमान इस निर्णय से प्रभावित हुए हैं.


होंडा ने लॉन्च की स्टाइलिश लुक वाली नई बाइक X Blade, ये हैं फीचर्स


प्रभु ने कहा, ‘यह महज यात्रियों की सुरक्षा के लिए है और विमानन कंपनियों ने भी इसपर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी. वे वैकल्पिक प्रबंध कर जल्दी ही उड़ानों को नियमित कर लेंगी. हम सुरक्षा से जुड़े किसी भी मुद्दे के साथ नहीं खेल सकते हैं. सुरक्षा सर्वापरि है.’ डीजीसीए ने एक महीने के भीतर ही उड़ान के दौरान इंजन बंद होने की तीन घटना के बाद यह आदेश दिया था.