Israel-Palestine War: रूस-यूक्रेन युद्ध से अभी तक कई देशों की अर्थव्यवस्थाएं सही से उभर नहीं पाई थीं और अब इजरायल-फिलिस्तीन के बीच युद्ध (Israel palestine conflict) छिड़ गया है. जानकारों का मानना है कि इस युद्ध का असर लॉन्ग टर्म में देखने को मिलेगा. इसके अलावा इसका काफी नकारात्मक असर देखने को मिलेगा. महंगाई के साथ ही सोने-चांदी की कीमतों में इजाफा और कच्चे तेल की आपूर्ती भी इस युद्ध की वजह से देखने को मिल सकती है. 


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फेस्टिव सीजन में महंगा हो सकता है सोना


इस युद्ध का असर सोने और चांदी पर देखने को मिलेगा. जैसा कि सभी जानते हैं कि भारत में आने वाला समय फेस्टिवल का है, जिसमें सोने-चांदी की लोग जमकर खरीदारी करते हैं. ऐसे में अगर इस युद्ध का असर दिखा तो ज्वैलरी खरीदने वालों को ज्यादा पैसा खर्च करना पड़ सकता है. 


जूलर्स वेलफेयर असोसिएशन ने दी जानकारी


नोएडा जूलर्स वेलफेयर असोसिएशन के महासचिव सुशील कुमार जैन ने कहा है कि गोल्ड का प्रीमियम 700 रुपये से बढ़कर 2000 रुपये प्रति 10 ग्राम हो चुका है. वहीं, पहले यह 1300 रुपये प्रति 10 ग्राम था. इसके अलावा चांदी के प्रीमियम की बात की जए तो वह 1000 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर 3500 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया है. वहीं, पहले यह 2500 रुपये प्रति किलोग्राम था. 


कच्चे तेल की आपूर्ति पर भी पड़ सकता है असर


इसके अलावा अगर यह युद्ध पूरे एशिया में फैल गया तो कच्चे तेल की आपूर्ति पर भी इसका असर देखने को मिल सकता है. कच्चे तेल की कीमतों में भी इजाफा देखने को मिल सकता है. माल भाड़ा और महंगाई में भी इजाफा देखने को मिल सकता है. माल भाड़ा बढ़ने से प्रोडक्ट की कीमतें अपने आप बढ़ जाएंगी. 


700 से ज्यादा इज़राइल के सैनिक मारे गए


आपको बता दें इजरायल पर सबसे घातक हमला होने के बाद, इज़राइल में सैनिकों सहित कम से कम 700 से ज्यादा इज़रायली मारे गए हैं. इसके अलावा इसमें करीब 1900 से भी ज्यादा लोग घायल हो गए हैं. वहीं, जवाबी हमले में करीब 450 से ज्यादा मौते हुए हैं.