Jobs in Israel: हमास के हमलों से इजरायल को हुए नुकसान की भरपाई के लिए इजरायल को मजदूरों की जरूरत हैं. इसके लिए उसने भारत से मदद मांगी. भारत ने बी मदद का भरोसा दिया और अब मजदूरों का पहला जत्था इजरायल के लिए रवाना हो रहा है. भारत से 60 मजदूरों का समूह इजरायल के लिए रवाना हो रहा है.हरियाणा से युवा कामगारों का पहला जत्था इजरायल के लिए निकल चुका है.  


युद्ध के बीच इजरायल में काम करेंगे भारतीय मजदूर


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अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमास के हमले के बाद वहां अब श्रमिकों की भारी कमी हो गई है. इजरायल ने इसके लिए भारत से मदद मांगी. इसके लिए भारत में मजदूरों का चयन किया गया. उत्तर प्रदेश, हरियाणा में मजदूरों के चयन के लिए 15 सदस्यीय इजरायली टीम पहुंची. अब 60 मजदूरों को भारत से इजरायल भेजा गया है. ये राजमिस्त्री, बढ़ई और अन्य निर्माण के कुशल श्रमिकों इजरायल में अलग-अलग सेक्टर में मजदूरी करेंगे. यु्द्ध से पहले वहां फलिस्तीनी श्रमिक काम करते थे, लेकिन हमास के हमले के बाद उनका परमिट खत्म कर दिया गया है. गाजा से लगी सीमाओं को भी फलस्तीनियों के लिए बंद कर दिया गया है. ऐसे में इजरायल को दूसरे देशों से मजदूर मंगवाने पड़े हैं.  


इजरायल गए मजदूरों को कितनी  मिलेगी सैलरी?


इजरायल जाने वाले श्रमिकों को कॉन्ट्रैक्ट पर भेजा जा रहा है. ये कॉन्ट्रैक्ट एक साल से अधिक समय तक का हो सकता है. न्यूज एजेंसी एपी के मुताबिक, इजरायल जाने वाले भारतीय मजदूरों को हर महीने सैलरी के तौर पर 6100 इजरायली न्यू शेकेल करेंसी मिलेगी. इसे भारतीय करेंसी में देखें तो 1 लाख 37 हजार 260 रुपये की सैलरी होगी. सैलरी के अलावा 16,515 रुपये बोनस के तौर पर मिलेगा. यानी कुल मिलाकर 1.50 लाख रुपये सैलरी के तौर पर मिलेंगे. इसके अलावा मजदूरों को मेडिकल इंश्‍योरेंस, खाना-पीना, रहने की जगह इजरायल सरकार की ओर से मिलेगी.