NMMSS Scheme: भारत में ऐसे करोड़ों स्कूली बच्चे हैं जो किसी ना किसी वजह से स्कूल ड्रॉप आउट ले लेते हैं. इसकी एक बड़ी वजह से आर्थिक रूप से समर्थ नहीं होना है. ऐसे में स्कूल ड्रॉप आउट की समस्या से निपटने के लिए केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय एक खास स्कॉलरशिप दे रहा है. इस छात्रवृत्ति की राशि 12,000 रुपए प्रति वर्ष है. 


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शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इस योजना के तहत एक लाख छात्रवृत्तियां दी जा रही हैं. वर्ष 2024-25 के लिए 'राष्ट्रीय साधन-सह-योग्यता छात्रवृत्ति योजना' (NMMSS) के लिए देशभर के मेधावी छात्र 31 अक्टूबर तक आवेदन कर सकेंगे.


इस वर्ष इस छात्रवृत्ति के लिए अभी तक 80 हजार से अधिक नए छात्रों ने आवेदन किया है. छात्रों को पहले एनएसपी पोर्टल पर वन-टाइम रजिस्ट्रेशन (ओटीआर) करना होगा, जिसके बाद उन्हें अपने द्वारा चुनी गई छात्रवृत्ति योजना के लिए आवेदन करना होगा. पंजीकरण के लिए अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों का विवरण इसकी आधिकारिक वेबसाइट पर देखा जा सकता है.


आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के छात्रों के लिए योजना


स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग द्वारा क्रियान्वित 'राष्ट्रीय साधन-सह-योग्यता छात्रवृत्ति योजना' के माध्यम से आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के मेधावी विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है. यह छात्रवृत्ति इसलिए प्रदान की जाती है ताकि प्रारंभिक स्तर अर्थात कक्षा आठ के बाद छात्रों की स्कूल छोड़ने की प्रवृत्ति को रोका जा सके. 


साथ ही उन्हें उच्चतर माध्यमिक स्तर अर्थात कक्षा बारह तक अपनी स्कूली शिक्षा पूरी करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके. यह योजना कक्षा 9 के उन छात्रों को हर साल एक लाख नई छात्रवृत्तियां प्रदान करती है जो राज्य सरकारों द्वारा आयोजित छात्रवृत्ति के लिए योग्यता परीक्षा उत्तीर्ण करते हैं.
छात्र के शैक्षणिक प्रदर्शन के आधार पर कक्षा 9 से 12 तक नवीनीकरण मोड के माध्यम से छात्रवृत्ति जारी रखी जाती है. 


मिलेंगे 12 हजार रुपये सालाना


यह योजना केवल राज्य सरकार, सरकारी सहायता प्राप्त और स्थानीय निकाय के स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए लागू की गई है. इसमें छात्रवृत्ति राशि प्रति छात्र 12,000 रुपये प्रति वर्ष है.


राष्ट्रीय साधन-सह-योग्यता छात्रवृत्ति योजना (एनएमएमएसएस) राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल (एनएसपी) के माध्यम से कार्यान्वित की जाती है. यह भारत सरकार द्वारा छात्रों को वितरित छात्रवृत्ति योजनाओं के लिए वन-स्टॉप मंच है.


8वीं परीक्षा में 55 प्रतिशत नंबर जरूरी


इस वर्ष 15 अक्टूबर तक 84,606 नए और 1,58,312 नवीनीकरण आवेदन जमा किए गए हैं. एनएमएमएसएस छात्रवृत्ति प्रत्‍यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) मोड का पालन करते हुए सीधे चयनित छात्रों के बैंक खातों में वितरित की जाती है. छात्रवृत्ति प्राप्त करने के लिए पात्रता मापदंडों में माता-पिता की आय प्रति वर्ष 3.50 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए.


छात्रवृत्ति की चयन परीक्षा में उपस्थित होने के लिए कक्षा 8 की परीक्षा में न्यूनतम 55 प्रतिशत अंक या समकक्ष ग्रेड होना चाहिए. एनएसपी पोर्टल पर चयनित विद्यार्थियों के छात्रवृत्ति आवेदन के सत्यापन के दो स्तर हैं. पहले स्तर पर सत्यापन संस्थान नोडल अधिकारी (आईएनओ) के पास होता है. वहीं, दूसरे स्तर पर सत्यापन जिला नोडल अधिकारी (डीएनओ) के पास होता है.


(इनपुट- एजेंसी)