Road Transport and Highways: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि वाहन क्षेत्र भारत की अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख स्तंभ है जो लगभग 40,000 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व देता है और केंद्र एवं राज्य सरकारों को विभिन्न करों और शुल्कों के रूप में 95,000 करोड़ रुपये का योगदान देता है.
Trending Photos
Nitin Gadkari: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को कहा कि भारतीय वाहन उद्योग एक क्रांति के मुहाने पर है और इसे ग्राहक सेवा, बिक्री के बाद की सेवाओं और गुणवत्ता पर ध्यान देने की जरूरत है. गडकरी ने वाहन डीलरों के निकाय ‘फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन’ (फाडा) की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम में अपने वीडियो संदेश में कहा कि वाहन डीलर सरकार के आत्मनिर्भर भारत के मिशन को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.
उन्होंने कहा, "वाहन उद्योग क्रांति के मुहाने पर है और जैसा कि हम भविष्य की ओर देखते हैं, यह महत्वपूर्ण है कि यह क्षेत्र ग्राहक सेवा, बिक्री के बाद की सेवाओं और गुणवत्ता जैसे क्षेत्रों में नवाचार जारी रखे."
वाहन क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था का प्रमुख स्तंभ
उन्होंने कहा कि सरकार भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि को आगे बढ़ाने में फाडा और उसके सदस्यों की भूमिका को बहुत महत्व देती है. उन्होंने वाहन खुदरा क्षेत्र को सरकार के हरसंभव समर्थन का आश्वासन दिया. गडकरी ने कहा कि वाहन खुदरा क्षेत्र भारत की अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख स्तंभ है जो लगभग 40,000 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व देता है और केंद्र एवं राज्य सरकारों को विभिन्न करों और शुल्कों के रूप में 95,000 करोड़ रुपये का योगदान देता है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसका प्रभाव वाहन क्षेत्र से परे वित्त एवं बीमा जैसे क्षेत्रों तक फैला हुआ है और सभी घटक अर्थव्यवस्था में गुणक प्रभाव पैदा कर रहे हैं. सड़क परिवहन मंत्री ने कहा कि फाडा का पर्यावरण के अनुकूल डीलरशिप प्रथाओं के साथ वाहन कबाड़ नीति पर ध्यान सरकारी दृष्टिकोण के अनुरूप है.
20 किमी तक नो टोल टैक्स
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने नेशनल हाइवे फीस (National Highway Fee) नियम, 2008 में बदलाव का नोटिफिकेशन जारी किया है. नोटिफिकेशन में साफ कहा गया कि यदि गाड़ी रोजाना 20 किमी से ज्यादा दूरी तय करती है तो उससे टोल टैक्स लिया जाएगा. यह टैक्स उस दूरी के हिसाब से होगा, जो गाड़ी ने हकीकत में तय की है. यदि कोई कार रोजाना 20 किमी तक हाइवे या एक्सप्रेसवे पर चलती है तो उससे किसी तरह का टैक्स नहीं लिया जाएगा. लेकिन वहीं गाड़ी यदि 20 किमी से ज्यादा चलती है तो उससे टोल लिया जाएगा.
(इनपुटः एजेंसी)