फाइनेंशियल प्लानिंग में सबसे महत्वपूर्ण टिप्स है कि इनकम शुरू होने के साथ आप अपना बजट बना लें. आपके पास क्या आ रहा है और क्या जा रहा है, इसका लिखित ब्योरा होना चाहिए. खर्च के बाद क्या सेविंग हो रही है, इसका आकलन करें. इसके बाद निवेश की योजना बनाएं. हां, निवेश से पहले आप अपने बजट में किसी आकस्मिक खर्च (Emergency fund) के दौरान होने वाले खर्च के लिए पैसा कहां से लाएंगे, इसकी योजना जरूर तैयार करें.
क्या आप इनकम टैक्स की प्लानिंग प्रत्येक वित्त वर्ष की शुरुआत में करते हैं? नहीं करते हैं तो करना शुरू कर दीजिए और इस मद में कुछ रकम भी डाल दें. इससे आप आखिरी क्षण में कोई गलती नहीं करेंगे और आपके ऊपर वित्तीय बोझ भी नहीं पड़ेगा.
इंश्योरेंस (Insurance) आपके परिवार के लोगों को एक्सीडेंट या किसी अप्रत्याशित स्थिति में आय का नुकसान होने पर वित्तीय भरपाई करता है. आप अपनी इंश्योरेंस जरूरतों का मूल्यांकन कीजिए और उसी के हिसाब से इंश्योरेंस लीजिए. आपके लिए बेहतर होगा कि आप टर्म इंश्योरेंस लें जो कि इंश्योरेंस का सबसे सस्ता ऑप्शन होता है.
क्रिप्टोकरेंसी में इनवेस्टमेंट बढ़ रहा है. हालांकि, बजट 2020 में इससे होने वाले मुनाफे पर 30 फीसदी टैक्स लगा दिया गया है. गिरिश गनराज ने कहा, 'हम अपने कस्टमर्स को यह सलाह देना चाहेंगे कि अगर आपके पैसा ऐसा पैसा हो जिसके डूबने का आपको गम नहीं होगा तो आप उसे क्रिप्टोकरेंसी में इनवेस्ट कर सकते हैं.' उन्होंने कहा कि यह स्पेकुलेटिव इनवेस्टमेंट है, इसलिए आपको पोर्टफोलियो में इसका थोड़ हिस्सा हो सकता है. 30 फीसदी टैक्स के बाद इसका रिटर्न अब पहले जैसा नहीं रह जाएगा.
आप अपने वित्तीय योजना के क्रियान्वयन के बाद भी एक बार उसके पोर्टफोलियों के प्रदर्शन पर निगाह रखें. दरअसल, ज्यादातर लोग अपनी योजना पर ध्यान नहीं देकर गलतियां करते हैं जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ता है. अगर, आपने कहीं निवेश किया और वह आपके लक्ष्य के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर रहा है तो आप उसका मूल्यांकन करें और किसी दूसरे निवेश माध्यम में निवेश करें. मूल्यांकन करने से आपको अपनी वित्तीय योजना को और पैना करने में मदद मिलेगी.
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