दो महीनों के कड़े लॉकडाउन के बाद रिटेलर्स की दुकानें खुलना शुरू हुई हैं. अबतक डिमांड नहीं थी अब इसमें बढ़ोतरी दिख रही है, लेकिन ज्यादा कारोबार अब भी नहीं हो रहा है. कंपनियों के पास स्टॉक पर्याप्त है, अगले दो तीन महीने खरीदारी कम रहेगी, इसलिए रिटेलर्स अनलॉक के बाद ज्यादा डिस्काउंट वगैरह पर फोकस नहीं कर रहे हैं. यानी कंज्यूमर को ज्यादा कीमत चुकाकर ही प्रोडक्ट खरीदने होंगे.
दो महीनों के कड़े लॉकडाउन के बाद रिटेलर्स की दुकानें खुलना शुरू हुई हैं. अबतक डिमांड नहीं थी अब इसमें बढ़ोतरी दिख रही है, लेकिन ज्यादा कारोबार अब भी नहीं हो रहा है. कंपनियों के पास स्टॉक पर्याप्त है, अगले दो तीन महीने खरीदारी कम रहेगी, इसलिए रिटेलर्स अनलॉक के बाद ज्यादा डिस्काउंट वगैरह पर फोकस नहीं कर रहे हैं. यानी कंज्यूमर को ज्यादा कीमत चुकाकर ही प्रोडक्ट खरीदने होंगे.
रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के CEO कुमार राजगोपालन का कहना है कि इतने लंबे लॉकडाउन के बाद रिटेलर्स तो अभी दुकान खोल रहे हैं, रणनीति बनाने पर फैसला बाद में होगा. कीमतों में ये बढ़ोतरी और भी अधिक हो सकती थी, लेकिन इस साल सरकार ने एनर्जी एफिशिएंसी के नियमों में थोड़ी रियायत दे दी है, कंपनियों का दावा है कि बढ़ी लागत का कुछ भार वो खुद उठा रही हैं जबकि कुछ हिस्सा ग्राहकों पर डाला जा रहा है.
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