नई दिल्ली : भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या ने मंगलवार को भारतीय बैंकों से गुजारिश करते हुए कहा 'उनसे पैसा ले लो' और जेट एयरवेज को बचा लो. माल्या ने मंगलवार सुबह अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा कि मैं कर्नाटक हाईकोर्ट के समक्ष पीएसयू बैंक और अन्य कर्जदारों का पैसा वापस करने का ऑफर कर चुका हूं. ऐसे में बैंक मेरे से पैसा क्यों नहीं ले रहे. इससे जेट एयरवेज को बचाने में मदद मिलेगी.


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ब्रिटेन की अदालत में विचाराधीन है मामला
विजय माल्या से संबंधित मामला ब्रिटेन की अदालत में विचाराधीन है. मंगलवार सुबह किए गए ट्वीट में शराब कारोबारी ने जेट को बैंकों की तरफ से दी जा रही मदद पर भी सवाल उठाया. उसने कहा कि एनडीए सरकार का दोहरा मापदंड है. सवाल करते हुए कहा कि पब्लिक सेक्टर के बैंक जेट एयरवेज को बचाने के लिए आगे आए, लेकिन उनकी कंपनी किंगफिशर एयरलाइन के साथ ऐसा नहीं हुआ.



एनडीए सरकार का दोहरा मापदंड बताया
माल्या ने अपने ट्वीट में कहा यह देखकर खुशी हुई कि पीएसयू बैंक जेट एयरवेज में नौकरी, कनेक्टिविटी और उद्यम को बचाने कि लए बेल आउट दिया है. यही इच्छा किंगफिशर एयरलाइन के लिए की गई थी. मैंने किंगफिशर और उसके कर्मचारियों को बचाने के लिए 4000 करोड़ से ज्यादा का निवेश किया. इसे स्वीकार नहीं किया. उन्हीं पीएसयू बैंकों ने देश के बेहतरीन कर्मचारियों और कनेक्टिविटी के साथ बेहतर एयरलाइन को फेल कर दिया. एनडीए सरकार में दोहरा मापदंड.



जेट के लिए 1500 करोड़ के पैकेज का ऐलान
आपको बता दें माल्या की तरफ से ये ट्वीट पीएसयू बैंकों की तरफ से जेट एयरवेज के लिए 1500 करोड़ रुपये के पैकेज का ऐलान किए जाने के एक दिन बाद किए गए हैं. इससे पहले नरेश गोयल और उनकी पत्नी अनीता ने सोमवार को एयरलाइन के निदेशक मंडल से इस्तीफा दे दिया. गोयल ने इस 25 साल पुरानी एयरलाइन के चेयरमैन का पद भी छोड़ दिया.



जेट एयरवेज के भविष्य को लेकर कई हफ्ते से चल रही अटकलों के बीच उसके निदेशक मंडल ने एसबीआई (SBI) की अगुवाई में ऋणदाताओं के गठजोड़ की निपटान योजना को मंजूरी दे दी. कंपनी के ऋणदाता अब एयरलाइन के नए मालिक हैं और उनके पास इसकी 51 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी है. वित्तीय संकट की वजह से जेट एयरवेज को 80 विमान खड़े करने पड़े हैं. गोयल ने कर्मचारियों को लिखा कि वह और उनकी पत्नी अनिता दोनों तुरंत प्रभाव से जेट एयरवेज के निदेशक मंडल से हट रहे हैं.