Railway Recruitment Board: केंद्र सरकार ने 2019 के अपने फैसले पर यू-टर्न लेते हुए शनिवार को अपनी पिछली भर्ती नीति को बहाल कर दिया और यूपीएससी द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा (सीएसई) और इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा (ईएसई) के माध्यम से रेलवे अधिकारियों की भर्ती को मंजूरी दे दी.


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पिछले कुछ सालों से रेल मंत्रालय केवल सीएसई के माध्यम से ही इंडियन रेलवे मैनेजमेंट सिस्टम (आईआरएमएस) के लिए अधिकारियों की भर्ती कर रहा है. रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष को भेजे गए ऑफिस ज्ञापन में कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) ने कहा कि ईएसई को बहाल करने का फैसला रेल मंत्रालय के 3 अक्टूबर, 2024 के प्रस्ताव पर विचार करने के बाद लिया गया है.


डीओपीटी के 5 अक्टूबर, 2024 के पत्र में कहा गया है, "रेल मंत्रालय में टेक्निकल और नॉन-टेक्निकल दोनों तरह के मैनपावर की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए, यूपीएससी-ईएसई और यूपीएससी-सीएसई के माध्यम से भर्ती के लिए रेल मंत्रालय के प्रस्ताव को इस विभाग की सैद्धांतिक मंजूरी कुछ शर्तों के अधीन दी जाती है."


विभाग ने यह भी कहा कि भर्ती की प्रस्तावित योजना किसी भी तरह से 24.12.2019 के कैबिनेट निर्णय का उल्लंघन नहीं करेगी, जिसके तहत भर्ती की एक नई प्रक्रिया लाई गई थी. कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग की मंजूरी के बाद, कुछ ही घंटों के भीतर रेल मंत्रालय ने ईएसई के लिए नोडल विभाग, दूरसंचार विभाग के सचिव और यूपीएससी को पत्र लिखकर ईएसई और सीएसई के माध्यम से भर्ती के अपने निर्णय के बारे में सूचित किया.


रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ सतीश कुमार ने पत्र में कहा कि दूरसंचार मंत्रालय ने पहले ही 2025 के लिए ईएसई नियम नोटिफाई कर दिए हैं, जिसमें आवेदन जमा करने की आखिरी तारीख 08.10.2024 बताई गई है. उन्होंने कहा, "यह अनुरोध किया जाता है कि ईएसई-2025 के माध्यम से अलग अलग सब्जेक्ट में इंजीनियरों की भर्ती के लिए आईआरएमएस में रेल मंत्रालय की भागीदारी को कृपया मौजूदा नोटिफिकेशन में परिशिष्ट जारी करके जोड़ा जाए. उम्मीदवारों को आवेदन करने के लिए पर्याप्त मौके प्रदान करने के लिए, यह प्रस्ताव है कि आवेदन जमा करने की आखिरी तारीख को उचित रूप से बढ़ाया जा सकता है और यूपीएससी की वेबसाइट पर नोटिफाई किया जा सकता है."


पत्र में आगे कहा गया है कि परीक्षा का कोर्स पहले से नोटिफाई है जो आईआरएमएस पर भी समान रूप से लागू होगा. मंत्रालय ने यह भी कहा कि ईएसई-2020 के माध्यम से भरे जाने के लिए कुल 225 वैकेंसी उपलब्ध हैं और नए इंजीनियरों को आईआरएमएस (सिविल), आईआरएमएस (मैकेनिकल), आईआरएमएस (इलेक्ट्रिकल), आईआरएमएस (एस एंड टी) और आईआरएमएस (स्टोर) कहा जाएगा.


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रेलवे को टेक्निकल कैटेगरी के लिए उपयुक्त अधिकारी खोजने में अलग अलग लेवल पर कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था क्योंकि ईएसई के माध्यम से भर्ती समाप्त कर दी गई थी और इंजीनियरिंग और गैर-इंजीनियरिंग भर्तियों को आईआरएमएस के तहत मिला दिया गया था. रेल मंत्रालय ने कहा, "एससी/ एसटी/ ओबीसी/ ईडब्ल्यूएस और पीडब्ल्यूबीडी के संबंध में कैटेगरी वाइज ब्रेक-अप के साथ वैकेंसी की निश्चित संख्या को संपर्क अधिकारी की मंजूरी के साथ समय पर सूचित किया जाएगा." ईएसई 2025 के माध्यम से भरी जाने वाली वैकेंसी की संभावित संख्या आईआरएमएस (सिविल) के लिए 75, आईआरएमएस (मैकेनिकल) के लिए 40, आईआरएमएस (इलेक्ट्रिकल) के लिए 50, आईआरएमएस (एस एंड टी) के लिए 40 और आईआरएमएस (स्टोर) के लिए 20 है.


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