कौन हैं राजस्थान की लेडी सिंघम IPS ममता गुप्ता? 4 साल MNC में 9 टू 5 जॉब के साथ क्रैक की यूपीएससी की परीक्षा
UPSC Success Story: राजस्थान की चर्चित IPS ममता गुप्ता की सक्सेस स्टोरी युवाओं के लिए इंस्पिरेशन है. कुछ ही समय पहले उन्हें राज्य सरकार ने एक नहीं, बल्कि दो जिलों का एसपी नियुक्त है. पढ़िए उनकी सफलता की कहानी...
IPS Mamta Gupta Success Story: ममता गुप्ता आज राजस्थान की तेजतर्रार महिला आईपीएस अफसरों में से एक हैं. हाल ही में वह फिर से तब सुर्खियों में आईं, जब उन्हें गंगापुर सिटी जिले के एसपी पद की अतिरिक्त जिम्मेदारी के साथ सवाई माधोपुर जिले का एसपी नियुक्त किया गया. इससे पहले वह करौली की एसपी थीं. आईपीएस ममता गुप्ता ने आईपीएस बनने का सपना अपनी फुल टाइम जॉब के साथ पूरा किया. आइए जानते हैं कैसी रही उनकी सक्सेस जर्नी...
नौकरी छोड़ना नहीं लगा सही
IPS ममता गुप्ता ने मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में बताया था कि जॉब छोड़कर तैयारी करने का फैसला लेना उन्हें सही नहीं लगा, क्योंकि सिविल सर्विसेज में सक्सेस रेट बहुत ही कम होता है. इसलिए उन्होंने नौकरी के साथ ही यूपीएससी की तैयारी जारी रखी. उनका कहना है कि अगर आपको पढ़ने का शौक है, तो हालात और परिस्थितियां कोई मायने नहीं रखते हैं. एक न एक दिन आपको सफलता जरूर मिलेगी.
कहां से हुई पढ़ाई-लिखाई?
ममता गुप्ता मूलरूप से राजस्थान के सीकर जिले से आती हैं, लेकिन पिता के चलते उनकी पूरी पढ़ाई जयपुर में ही हुई है. ममता की एक बड़ी बहन और एक छोटा भाई है. तीनों ने ही इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. दूसरे नंबर की ममता ने एमएनआईटी से इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री हासिल की है. पढ़ाई पूरी करते ही उन्हें नोएडा में एक मल्टीनेशनल में चीफ डिजाइनर के तौर पर नौकरी मिल गई थी.
सपना पूरा करने में नहीं छोड़ी कोई कसर
ममता गुप्ता का पैकेज भी अच्छा था और प्रोफाइल भी, लेकिन उनके मन में कहीं आईपीएस बनने का सपना अब भी सांस ले रहा था. ऐसे में उन्होंने नौकरी के साथ-साथ यूपीएससी की तैयारी जारी रखी. वह, सुबह 5 बजे उठकर पढ़ाई करती थी. इसके बाद 9 से 5 बजे तक नौकरी करती थी. शाम को ऑफिस से लौटकर वह फिर पढ़ने बैठ जाती थीं. वहीं, वीकेंड पर शनिवार और रविवार दोनों दिन केवल पढ़ाई को देती थीं. ममता गुप्ता 2012 कैंडर की IPS ऑफिसर है. अब तक वह राजस्थान के कई जिलों की एसपी रह चुकी हैं. ममता सोशल मीडिया से दूरी बनाकर रखती हैं.