Shubhra Ranjan: संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा को दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है. हर साल लाखों छात्र IAS अधिकारी बनने के लक्ष्य के साथ UPSC परीक्षा देते हैं, लेकिन केवल मुट्ठीभर उम्मीदवार ही इसे पास कर पाते हैं. कई UPSC उम्मीदवार जाने-माने टीचर्स से गाइडेंस लेते हैं, और ऐसी ही एक प्रमुख हस्ती हैं शुभ्रा रंजन, जिन्होंने टीना डाबी और इशिता किशोर जैसे टॉपर्स को देश की सबसे कठिन परीक्षा में सफल होने में मदद की है.


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इस सब्जेक्ट हासिल है महारत
शुभ्रा रंजन को पॉलिटिकल साइंस और इंटरनेशनल अफेयर्स जैसे सब्जेक्ट में उनके एक्सपर्टाइज के लिए बहुत सम्मान दिया जाता है. वह शुभ्रा IAS इंस्टीट्यूट की फाउंडर भी हैं. उत्तर प्रदेश के सीतापुर की रहने वाली शुभ्रा एक टीचिंग फैमिली से आती हैं. वह खुद दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) में टॉपर रही हैं और कई सालों तक वहां पढ़ाया है. 


टीना डाबी और इशिता किशोर को बनाया IAS
हालांकि उनका सेलेक्शन UP हायर कमिशन के लिए हुआ था और उन्होंने उत्तर प्रदेश के कई स्कूलों में पढ़ाया है, लेकिन शुभ्रा रंजन ने कभी भी UPSC परीक्षा नहीं दी, क्योंकि यह उन्हें कभी आकर्षित नहीं करती थी. पिछले 15 सालों में उन्होंने कई सफल UPSC उम्मीदवारों का मार्गदर्शन किया है, जिनमें इशिता किशोर और टीना डाबी जैसे जाने-माने टॉपर्स शामिल हैं.


कई उम्मीदवार टॉप 10 रैंकर्स में शामिल
यूपीएससी 2022 की टॉपर इशिता किशोर 2019 में शुभ्रा रंजन के 'कोर पॉलिटिकल साइंस' कोर्स में शामिल हुईं. उनकी गाइडेंस प्राप्त करने वाले अन्य सफल उम्मीदवारों में टीना डाबी (AIR 1, 2015), अनमोल सिंह बेदी (AIR 2, 2016), दिनेश कुमार (AIR 6, 2016), आनंद वर्धन (AIR 7, 2016), गिरीश बडोले (AIR 30, 2017), गुंजन द्विवेदी (AIR 9, 2018), तृप्ति धोदमिस (AIR 16, 2018), विशाखा यादव (AIR 6, 2019), सत्यम गांधी (AIR 10, 2020), और रिया डाबी (AIR 15, 2020) शामिल हैं.