कौन हैं आईएएस अधिकारी नवीन तंवर, जिन पर दूसरे की जगह पेपर देने का है आरोप?
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कौन हैं आईएएस अधिकारी नवीन तंवर, जिन पर दूसरे की जगह पेपर देने का है आरोप?

IAS Naveen Tanwar: हिमाचल प्रदेश कैडर के IAS अधिकारी नवीन तंवर को दूसरे की जगह पेपर देने के मामले में दोषी पाया गया. पिछले महीने ही गाजियाबाद की सीबीआई कोर्ट ने सजा सुनाई थी. जानिए कौन हैं आईएएस नवीन तंवर

कौन हैं आईएएस अधिकारी नवीन तंवर, जिन पर दूसरे की जगह पेपर देने का है आरोप?

IAS Officer Naveen Tanwar: हिमाचल प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी नवीन तंवर को निलंबित कर दिया गया है. आईएएस नवीन तंवर दूसरे की जगह परीक्षा देने आरोप है. जानकारी के मुताबिक उन्हें 13 दिसंबर 2014 को इंस्‍टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सेलेक्‍शन (IBPS) क्‍लर्क भर्ती की परीक्षा देते हुए उन्‍हें पकड़ा गया था. इसके बाद 2019 में वह यूपीएससी का एग्जाम क्लियर करके आईएएस अफसर बने.

अब इस खबर से पूरे देश में हलचल मची हुई है. लोगों के मन में यही सवाल आ रहा है कि कैसे इतने प्रतिष्ठित पद पर बैठा व्यक्ति ये सब कर सकता है और पकड़े जाने के बाद वह कैसे आईएएस बन गए, तो यहां आपको इन सभी सवालों के जवाब मिलेंगे. आइए जानते हैं कि आखिर कौन है आईएएस अधिकारी नवीन तंवर...

यूपी के रहने वाले हैं IAS नवीन तंवर
नोएडा के रहने वाले नवीन तंवर हिमाचल कैडर के 2019 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. वे फिलहाल हिमाचल में अपर जिलाधिकारी (ADM) के पद पर तैनात थे. उन्हें करीब 10 महीने पहले चंबा में जिला ग्रामीण विकास एजेंसी (DRDA) में एडिशनल डिप्टी कमिश्नर/प्रोजेक्ट डायरेक्टर पद पर नियुक्त किया गया था. इससे पहले वे कांगड़ा और चंबा में एसडीएम की जिम्मेदारी भी संभाल चुके हैं.

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जानिए आखिर क्या है पूरा मामला
नवीन तंवर पर आरोप है कि उन्होंने साल 2014 में झांसी के अमित सिंह की जगह IBPS का एग्जाम दिया था. इस मामले में दाखिल चार्जशीट में भी सीबीआई ने नवीन तंवर समेत 6 अन्य को आरोपी बनाया था. मामले की सीबीआई जांच में तंवर के खिलाफ आरोप सही साबित हुए थे. सुनवाई के बाद मार्च 2024 में इस मामले में गाजियाबाद की सीबीआई कोर्ट ने इन सभी को सजा सुनाई थी. नवीन पर 3 साल के कठोर कारावास की सजा के अलावा 50 हजार रुपये का अर्थदंड लगाया था.  

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मुकदमे के दौरान भी करते रहे यूपीएससी का तैयारी 
साल पहले जब नवीन ने किसी और के स्थान पर क्लर्क भर्ती परीक्षा दी थी, तब वह खुद भी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे. सीबीआई की चार्जशीट के आधार पर कोर्ट में इस मामले में मुकदमा चलने के दौरान भी नवीन अपनी पढ़ाई में जुटे रहे और यूपीएससी की तैयारी करते रहे. करीब चार साल की कड़ी मेहनत के बाद साल 2019 में वह यूपीएससी की परीक्षा क्लियर करके आईएएस बने थे. 

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