IPS Amit Tolani Tips: यूपीएससी की परीक्षा मुश्किल परीक्षा में से एक है. उम्मीदवार कई साल इस परीक्षा की तैयारी में लगा देते हैं.आज हम आपको ऐसे IPS अधिकारी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने कहा है यूपीएससी मेंस, इंटरव्यू से ज्यादा जरूरी प्रीलिम्स है. आइए विस्तार से जानते हैं उन्होंने ऐसा क्यों कहा, कहने के पीछे उनका क्या कारण है?
इन IPS अधिकारी का नाम अमित सुरेश तोलानी है, उन्होंने स्टूडेंट्स से कहा, 'यूपीएससी में प्रीलिम्स, मेंस, इंटरव्यू होता है. जिसमें से प्रीलिम्स सबसे ज्यादा जरूरी है. मेरे हिसाब से प्रीलिम्स में सबसे ज्यादा कंपटीशन है. मान लीजिए प्रीलिम्स में 10 लाख ने रजिस्ट्रेशन किया, जिसमें से 5 लाख परीक्षा देने आते हैं.
5 लाख में से 20,000 उम्मीदवार मेंस के लिए सिलेक्ट होते हैं. वहीं इंटरव्यू देने के लिए 20,000 में से 3000 सिलेक्ट होते हैं, वहीं यूपीएससी की फाइनल लिस्ट में एक हजार आते हैं.
आईपीएस अमित ने बताया प्रीलिम्स की परीक्षा देने के बाद जब उम्मीदवार फेल हो जाते हैं, पूरा एक साल लगता है प्रीलिम्स दोबारा आने में. वहीं प्रीलिम्स परीक्षा में पास हो गए तो 3 या 4 महीने बाद, मेंस आती है, फिर इंटरव्यू.
ऐसे में पूरे एक साल का प्रोसेस नियमित रूप से चलता रहता है. वहीं प्रीलिम्स परीक्षा पास करने के बाद पढ़ाई चलती रहती है, लेकिन प्रीलिम्स में फेल होने के बाद कोई बच्चा अपने घर चला जाता है, पढ़ाई रोक देता है, या फिर फेल की स्थिति को मैनेज नहीं कर पाता.
ऐसे में सबसे ज्यादा नुकसान पढ़ाई का होता है. जब आप एक बार प्रोसेस से बाहर हो जाते हैं को वापस प्रोसेस में आने में टाइम लग जाता है.
ऐसे में मेरा पूरा फोकस यही रहेगा कि यूपीएससी प्रीलिम्स पर फोकस करें. मैं जानता हूं. कई उम्मीदवार मेंस के लिए आंसर राइटिंग की तैयारी में लगे रहते हैं, लेकिन जरा सोचकर देखिए, अगर प्रीलिम्स ही क्लियर न हो तो आप कैसे यूपीएससी मेंस लिख पाएंगे.
मैं आंसर राइटिंग की तैयारी के लिए मना नहीं कर रहा हूं. वह भी जरूरी है, लेकिन आपको पूरा फोकस पहले फेज को क्लियर करने में होना चाहिए. मैंने देखा है उम्मीदवार यूपीएससी प्रीलिम्स को हल्के में ले लेते हैं, लेकिन ये सभी को याद रखना चाहिए कि IAS, IPS, IFS, IRS बनने की ये पहली सीढ़ी है. जिसमें पास होना सबसे ज्यादा जरूरी है.
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