Maharashtra Assembly Elections 2024: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने बुधवार को सनसनीखेज दावा किया. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के ‘शीर्ष नेतृत्व’ के समर्थन से शिवसेना का 2022 में विभाजन हुआ था. शिवसेना में विभाजन की वजह से महाराष्ट्र में कांग्रेस, शरद पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के घटक वाले महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार का पतन हो गया था.


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पूर्व मुख्यमंत्री चव्हाण ने सतारा में संवाददाताओं से कहा कि 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव जून 2022 में हुई घटना की पृष्ठभूमि में हो रहे हैं, जब शिवसेना विधायकों के एक वर्ग ने पार्टी अध्यक्ष और तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दी थी. शिवसेना में विभाजन के बाद बगावत का नेतृत्व करने वाले एकनाथ शिंदे ने भाजपा के समर्थन से सरकार बनाई और मुख्यमंत्री के पद पर आसीन हुए.


'बीजेपी ने पूरी प्लानिंग की थी'


पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा, 'ये राज्य चुनाव एक विशेष राजनीतिक पृष्ठभूमि में हो रहे हैं. भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने शिवसेना में विभाजन कराकर एमवीए सरकार को गिरा दिया था. इस पूरे कदम को ‘राजमान्यता’ (शीर्ष नेतृत्व से समर्थन) प्राप्त था.'


उन्होंने दावा किया, 'यह मुंबई स्तर पर दो या तीन लोगों द्वारा नहीं किया गया था. इसके पीछे सावधानीपूर्वक योजना बनाई गई थी, क्योंकि भाजपा की पूरी मशीनरी इसके पीछे लगी हुई थी. यह एक सैन्य अभियान की तरह था, जहां विधायकों को सुरक्षा, विशेष विमान दिए गए थे.'


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महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2024 vs 2019


महाराष्ट्र में 2024 का विधानसभा चुनाव 2019 की तुलना में काफी अलग है. पिछली बार कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) ने एक-साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, जबकि शिवसेना और भाजपा एक-साथ थे. हालांकि, इस बार एनसीपी और शिवसेना दोनों दो धड़ों में बंट गए हैं. अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी और भाजपा एकनाथ शिंदे की शिवसेना के साथ मैदान में है, जबकि उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी (एसपी) की विपक्षी महा विकास अघाड़ी उसे चुनौती दे रही है. (एजेंसी इनपुट्स)