Raj Lakshmi Devi Life facts: राजलक्ष्मी को भले ही कम लोग जानते हों लेकिन इनके बाद ही इंडस्ट्री में खलनायिकाओं का ट्रेंड शुरू हुआ.पहली फिल्म से ही राजलक्ष्मी स्टार बन गईं और उन्होंने 200 से ज्यादा रीजनल फिल्मों में अपने अभिनय का जौहर दिखाया.
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Raj Lakshmi Devi Tragic Story: आपने बॉलीवुड में कई मेल विलेन्स का नाम तो सुना होगा लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारतीय सिनेमा की पहली खलनायिका कौन थीं? नहीं ना तो चलिए आज हम आपको बताते हैं. इनका नाम था राजलक्ष्मी देवी (Rajlakshmi Devi) जो कि हिंदी सिनेमा की पहली महिला विलेन या खलनायिका कही जाती हैं. 1902 में राजलक्ष्मी का जन्म मेरठ उत्तर प्रदेश में हुआ.बचपन से ही इन्हें डांस और गाने की ट्रेनिंग दी गई.बड़ी हुईं तो थिएटर ग्रुप जॉइन कर अभिनय करना शुरू कर दिया. 1932 में राजलक्ष्मी की जिंदगी हमेशा के लिए बदलने वाली थी.रबिंद्रनाथ टैगोर के प्ले गृहप्रवेश के दौरान ऑडिटोरियम में बैठे कई डायरेक्टर्स उनके अभिनय से इंप्रेस हो चुके थे.वहीं बंगाली फिल्मों के पॉपुलर डायरेक्टर शिशिर कुमार ने उन्हें पाल्ली समाज फिल्म का ऑफर दे दिया.
हर साल करती थीं 6 फिल्में
राजलक्ष्मी मान गईं और फिल्मों में आ गईं. पहली फिल्म से ही राजलक्ष्मी स्टार बन गईं और उन्होंने 200 से ज्यादा रीजनल फिल्मों में अपने अभिनय का जौहर दिखाया. ये वो दौर था जब एक फिल्म बनने में सालों लग जाया करते थे लेकिन इसके बावजूद राजलक्ष्मी हर साल कम से कम 6 फिल्में किया करती थीं.हिंदी सिनेमा के शुरुआती सालों में खलनायिका का रोल नहीं हुआ करता था, लेकिन राजलक्ष्मी ने कई नेगेटिव रोल निभाकर खुद को हिंदी सिनेमा की पहली खलनायिका का दर्जा दिलवाया.
एक्सीडेंट ने बदल दी जिंदगी
1932 से शुरू हुआ राजलक्ष्मी का फिल्मी सफर 1971 तक जारी रहा, लेकिन एक एक्सीडेंट से उनकी जिंदगी बदल गई.जीबन जिग्नासा फिल्म की शूटिंग से लौटते हुए राजलक्ष्मी का देर रात 1971 में एक्सीडेंट हो गया.गंभीर हालत में इन्हें अस्पताल ले जाया गया.हादसे से तो ये बच गईं लेकिन अब उन्हें गंभीर बीमारियों ने चपेट में ले लिया था.एक्सीडेंट के एक साल बाद शरीर में खून की कमी से इनका निधन हो गया. राजलक्ष्मी को भले ही कम लोग जानते हों लेकिन इनके बाद ही इंडस्ट्री में खलनायिकाओं का ट्रेंड शुरू हुआ.