राजेश खन्ना एक टैलेंट हंट प्रतियोगिता में 10 हजार उम्मीदवारों को पीछे छोड़कर विजेता बने थे। टिकट खिड़की पर उनकी पहली फिल्म थी, आखिरी खत (1966)। यह फिल्म आज भी राजेश खन्ना के बेहतरीन अभिनय और इसके कंटेंट, निर्देशन तथा सिनेमैटोग्राफी के लिए याद की जाती है। निर्देशक चेतन आनंद फिल्म के लिए एक्टरों को अपने अंदाज में तैयारी कराते थे। आखिरी खत के पांच मिनिट के क्लाइमेक्स के लिए राजेश खन्ना को तीन दिन के कठिन टॉर्चर से गुजरना पड़ा। जानिए क्या हुआ था...