World Cup 2019: साउथैम्पटन से शुरू होगा टीम इंडिया का अभियान, बदलना होगा इतिहास
आईसीसी विश्व कप में टीम इंडिया के अभियान की शुरुआत 5 जून से साउथैम्पटन में होगी जहां विराट और धोनी अपना रिकॉर्ड सुधारना चाहेंगे.
नई दिल्ली: आईसीसी क्रिकेट वनडे विश्व कप 30 मई से शुरू हो रहा है. इस बार कहा जा रहा है कि सारी टीमों को इंग्लैंड में सपाट पिचें मिलने वाली हैं जिससे मैच हाई स्कोरिंग होनी की बहुत ज्यादा संभावना है. टीम इंडिया के यहां कुल छह मैदानों पर 9 मैच होने हैं और इन्हीं मैदानों में से दो पर सेमीफाइनल मैच भी होने हैं. वहीं फाइनल मैच लॉर्ड में टीम इंडिया केवल फाइनल मैच ही खेल सकेगी. इन छह मैदानों पर अब तक टीम इंडिया का कैसा रहा इसकी जानकारी हम आपको देंगे. इस बार हम आपको साउथैम्पट के मैदान के बारे में बता रहे हैं. जहां विराट की टीम टूर्नामेंट की शुरुआत करेगी.
इस मैदान पर होगा पहला मैच
टीम इंडिया का पहला मैच साउथैम्पटन के द रोज बाऊल मैदान पर खेला जाएगा. इस मैदान पर टीम इंडिया को पांच जून को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच खेलना है. इसके बाद इसी मैदान पर 22 जून को विराट सेना का सामना अफगानिस्तान से होगा. यह मैच इस मैदान पर टीम इंडिया का टूर्नामेंट में आखिरी मैच होगा. उससे पहले टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और पाकिस्तान से भी मैच खेल चुकी होगी.
यह भी पढ़ें: एयरपोर्ट पर बिजी दिखे इंडियन प्लेयर्स, फैंस बोले- ‘World Cup पबजी का नहीं हो रहा है’
अब तक तीन मैच हुए हैं इस मैदान पर
साउथैम्पटन इस मैदान पर टीम इंडिया ने अब तक तीन मैच खेले हैं. इसमें उसे एक मैच में जीत और दो मैचों में हार मिली है. यहां टीम इंडिया ने दो मैच इंग्लैंड के खिलाफ और एक मैच कीनिया के खिलाफ खेला है. 2004 में टीम इंडिया का इस मैदान पर आईसीसी चैंपियन्स ट्रॉफी के दौरान पहला मैच कीनिया के खिलाफ हुआ था. टीम इंडिया के नाम इस मैदान पर इसी मैच में जीत लिखी है. इसके बाद के दो मैचों में उसे इंग्लैंड के खिलाफ वनडे मैचों में हार का सामना करना पड़ा था. रहा
टीम इंडिया के दो खिलाड़ी खेल चुके हैं यहां दो मैच
इस बार की टीम इंडिया में दो खिलाड़ी ऐसे हैं जो इस मैदान पर अब हुए तीनों मैचों में से दो मैच खेले थे. ये खिलाड़ी एमएस धोनी और दिनेश कार्तिक हैं. धोनी ने यहां दो मैचों में कुछ खास कमाल नहीं किया है. इंग्लैंड के खिलाफ धोनी ने केवल 19 और 6 रन बनाए हैं. वहीं दिनेश कार्तिक कीनिया के खिलाफ बतौर विकेटकीपर खेले थे, लेकिन उन्हें बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला था. इसके बाद वे 2007 में धोनी की कप्तानी में इंग्लैंड के खिलाफ खेले थे और उन्होंने 44 रनों की नाबाद पारी खेली थी.
यह भी पढ़ें: World Cup में अब तक की सबसे सीनियर है टीम इंडिया, खिताब दिलवा सकता है यह आंकड़ा
इस मैदान पर विराट कोहली भी खेल चुके हैं मैच
विराट कोहली ने इस मैदान पर साल 2011 में वनडे मैच खेला था जिसमें वे केवल 9 रन बनाकर आउट हुए थे. विराट को इस मैदान पर उस समय के दिग्गज स्पिनर स्वान ग्रीम स्वान ने आउट किया था. विराट कोहली को लंबे समय से इंग्लैंड में स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ परेशानी रही है. पिछले साल टीम इंडिया के इंग्लैंड दौरे के समय भी विराट को स्पिन के खिलाफ खेलने में परेशानी महसूस हुई थी.
गेंदबाजी का हाल
इस मैदान पर सबसे सफल गेंदबाज इंग्लैंड के पेसर जेम्स एंडरसन रहे हैं. उन्होंने 2007 में इंग्लैंड के लिए चार विकेट लेकर अपनी टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी. इसके अलावा इस मैदान पर स्पिनर्स भी सफल रहे हैं. 2004 में हरभजन सिंह ने कीनिया के खिलाफ तीन विकेट लिए थे. तो वहीं 2011 में ग्रीम स्वान न इंग्लैंड के लिए तीन और भारत के आर अश्विन ने दो विकेट लेकर स्पिनर्स की खासी उपस्थिति दर्ज कराई थी.
यह भी पढ़ें: World Cup 2019: टीम इंडिया तीसरे खिताब के लिए इंग्लैंड रवाना, मजबूत दावा है इस बार
हर बार एक ही फैसला किया टॉस जीतने वाले कप्तान ने
इस मैदान पर तीनों बार टॉस जीतने वाली टीम ने पहले गेंदबाजी को चुना और दो बार टॉस जीतने वाली टीम को हार का सामना करना पड़ा. यहां सबसे ज्यादा स्कोर 290 रन और सबसे कम स्कोर 184 दोनों ही टीम इंडिया ने बनाए हैं. इंग्लैंड ने यहां सबसे ज्यादा 288 रन बनाए हैं. सबसे ज्यादा व्यक्तिगत स्कोर इयान बेल ने 126 रन का बनाया है. गेंदबाजी में एक पारी में जेम्स एंडरसन ने सबसे ज्यादा (4) विकेट लिए हैं.
क्या रहे थे इन मैचों के नतीजे?
2004 में कीनिया के खिलाफ हुए मैच में टीम इंडिया ने एक तरफा मैच खेलकर जीत हासिल की थी. इस मैच में टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 290 रन बनाए थे. इसमें टीम इंडिया के कप्तान सौरव गांगुली ने 90 रनों की पारी खेली थी. यह किसी भी भारतीय का इस मैदान पर सबसे ज्यादा स्कोर है. गांगलुी के अलावा वीवीएस लक्ष्मण ने 79 और मोहम्मद कैफ ने नाबाद 49 रन बनाए थे. इस मैच में कीनिया की टीम 50 ओवर में सात विकेट खोकर 197 रन ही बना सकी थी.
यह भी पढ़ें: केवल 3 ODI खेले आर्चर इंग्लैंड विश्व कप टीम में शामिल, विराट विकेट लेने की है चाहत
2007 और 2011 में इंग्लैंड रही हावी
2007 में धोनी ने पहले इंग्लैंड को पहले बल्लेबाजी करने को कहा था और इंग्लैंड ने एलिस्टर कुक और इयान बेल के शतकों के दम पर 288 का स्कोर बनाया. इसके जवाब में टीम इंडिया 50 ओवर में 184 रन ही बना सकी. मैच में द्रविड़ ने सबसे ज्यादा 46 और दिनेश कार्तिक ने नाबाद 44 रन बनाए थे. वहीं 2011 के मैच में अजिंक्य रहाणे श्(54) और सुरेश रैना (40) की पारियों की बदौलत टीम इंडिया ने 8 विकेट पर 187 रन बनाए थे. इंग्लैंड ने 188 का लक्ष्य 23वें ओवर में ही हासिल कर लिया था. इसमें एलिस्टर कुक के नाबाद 80 रनों की पारी शामिल थी.