Delhi Cyber Fraud: हैलो सर! कूरियर वाला गेट पर खड़ा है... और जज साहब का ऐप हैक कर ठगों ने किया फ्रॉड
ठगी किसी के भी साथ हो सकती है. आजकल फोन कॉल पर भी बेहद सतर्क रहने की जरूरत है. दिल्ली में एक जज साहब के साथ हुई ठगी का मामला हैरान करने वाला है. उनके पास एक फोन आता है और कूरियर बॉय को फोन करने के लिए कहा जाता है. आगे उनके साथ फ्रॉड हो जाता है. मैसेजिंग ऐप हैक कर 1.10 लाख रुपये की ठगी हो जाती है.
आज के समय में तकनीक एडवांस होने के साथ ही खतरे भी बढ़े हैं. साइबर ठगों ने दिल्ली में एक अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश को अपना निशाना बनाया है. जज साहब ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया है कि साइबर अपराधियों ने छह घंटे तक उनके मैसेजिंग ऐप को हैक कर उससे कॉल की और उनके दोस्तों से 1.10 लाख रुपये ठग लिए.
अधिकारियों ने कहा कि रोहिणी जिला अदालत के न्यायाधीश ने यह पता लगाने का अनुरोध किया है कि मैसेजिंग प्लेटफॉर्म की ओर से किसी ने उनकी शिकायत पर ध्यान क्यों नहीं दिया और कैसे उनके मोबाइल सर्विस प्रोवाइडर ने उनके नंबर से कॉल को एक अज्ञात नंबर पर फॉरवर्ड कर दिया.
मामले में रोहिणी जिला साइबर पुलिस ने धोखाधड़ी से जुड़ीं भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 318 (4) और 319 (2) के तहत प्राथमिकी दर्ज की है. न्यायाधीश ने शिकायत में कहा कि 11 जुलाई को दोपहर 12:35 बजे उनके मोबाइल फोन पर अज्ञात नंबर से कॉल आई और बताया गया कि एक 'कूरियर बॉय' बैंक दस्तावेज देने के लिए उनके घर के बाहर इंतजार कर रहा है.
जज साहब के पास फोन आया
अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश (ASJ) को कूरियर बॉय को कॉल करने के लिए कहा गया जिससे वह उनके घर के सुरक्षाकर्मी को दस्तावेज सौंप सके. इसके बाद एसएमएस के जरिए न्यायाधीश के फोन पर एक नंबर भेजा गया. प्राथमिकी में कहा गया है कि एएसजे ने कहा कि वह कुछ दस्तावेजों की प्रतीक्षा कर रहे थे और चूंकि वह अपने न्यायिक कार्य में व्यस्त थे, इसलिए वह उनके जाल में फंस गए और उन्होंने उस नंबर पर कॉल कर ली.
जज के पास एसएमएस का स्क्रीनशॉट है. जब उन्होंने उस नंबर पर कॉल की तो उनका मैसेजिंग एप्लीकेशन अकाउंट तुरंत दूसरे डिवाइस पर रजिस्टर हो गया, जिसके बाद उन्हें एक एसएमएस प्राप्त हुआ और उनकी कॉल और एसएमएस कथित (अज्ञात) नंबर पर डायवर्ट कर दिए गए.
प्राथमिकी में कहा गया है, 'इस बीच मुझे पता चला कि एक व्यक्ति ने मेरे मैसेजिंग अकाउंट का इस्तेमाल करके पैसे मांगने शुरू कर दिए हैं. मैंने तुरंत रोहिणी के साइबर थाने के पुलिस अधिकारी को फोन किया.' न्यायाधीश ने अपना बैंक अकाउंट भी ब्लॉक करवा दिया.
बिहार से किया गया फ्रॉड?
अधिकारियों ने प्राथमिकी का हवाला देते हुए बताया कि साइबर पुलिस टीम की मदद से वह शाम करीब 5:20 बजे अपने मैसेजिंग एप्लीकेशन को दोबारा इस्तेमाल कर पाए. उन्होंने बताया कि पता चला है कि उनके मैसेजिंग अकाउंट को अंतिम बार बिहार के सिवान से इस्तेमाल किया गया था और दोपहर 12:35 बजे की कॉल झारखंड के जमशेदपुर के निकट एक स्थान से की गई थी. एएसजे ने कहा कि इससे पहले कि वह अपने मैसेजिंग अकाउंट को दोबारा इस्तेमाल कर पाते, उन्हें पता चला कि मेरे दो दोस्तों ने 1.10 लाख रुपये भेज दिए हैं. (भाषा इनपुट, फोटो- Lexica AI)