विदेशों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का बड़ा मामला, ऑनलाइन लोगों को ऐसे बनाया निशाना
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विदेशों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी का बड़ा मामला, ऑनलाइन लोगों को ऐसे बनाया निशाना

Fake online Jobs: पुलिस ने शनिवार को बताया कि आरोपी की पहचान समीर अरविंद पारीख के तौर पर हुई है और वह असम के गुवाहाटी का रहने वाला है.

प्रतीकात्मक तस्वीर

नई दिल्ली: विदेशों में नौकरी दिलाने के फर्जी विज्ञापन ऑनलाइन पोस्ट कर लोगों को ठगने के आरोप में कोलकाता से 48 साल के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है.

विदेशों में नौकरी दिलाने का वादा करके ठगी

पुलिस ने शनिवार को बताया कि आरोपी की पहचान समीर अरविंद पारीख के तौर पर हुई है और वह असम के गुवाहाटी का रहने वाला है. उन्होंने बताया कि उसने विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर 25 लोगों के साथ ठगी करने का इकबाल-ए-जुर्म किया है. पुलिस ने कहा कि आरोपी और उसके दोस्त पीड़ितों से ऑनलाइन संपर्क करते थे और उन्हें विदेशों में नौकरी दिलाने का वादा करते थे.

उन्होंने बताया कि इस आश्वासन पर आरोपी और उसके साथी पंजीकरण शुल्क, मेडिकल परीक्षण और साक्षात्कार के नाम पर कुछ रकम खाते में जमा करा लिया करते थे. एक पीड़िता ने जब शिकायत दर्ज कराई तो यह मामला सामने आया.

ऐसे ​हुआ खुलासा

 

अपनी शिकायत में महिला ने आरोप लगाया कि वह अपने एक कारोबारी साझेदार के साथ भोजन आपूर्ति सेवा का संचालन करती हैं. मार्च के पहले हफ्ते में उन्होंने एक ऑनलाइन इश्तिहार देखा जिसमें विदेश में खानसामे की नौकरी का जिक्र था और उन्होंने संबंधित व्यक्ति से संपर्क किया जिसने उन्हें अमेरिका के एक रेस्तरां में खानसामे के तौर पर काम करने के लिए दो हजार डॉलर की तनख्वाह की पेशकश की.

उन्होंने और उनके कारोबारी साझेदार ने 36-36 हजार रुपये पंजीकरण शुल्क के नाम पर जमा कराए और बाद में जब उस व्यक्ति से संपर्क करने की कोशिश की तो उसका फोन नंबर बंद आने लगा.

फर्जी पते पर लिया फोन नंबर

 

दक्षिण दिल्ली के पुलिस उपायुक्त अतुल कुमार ठाकुर ने कहा, एक मामला दर्ज किया गया और जांच में हमने पाया कि फोन नंबर फर्जी पते पर लिए गया था. उन्होंने कहा कि जिस खाते में पैसा जमा कराया गया था, उसका ब्यौरा हासिल किया गया और विश्लेषण किया गया जिसके बाद पता चला कि अमेरिका और कनाडा में नौकरी दिलाने के नाम पर कई लोगों को ठगा गया.

ठाकुर ने बताया कि तकनीकी विवरण की मदद से आरोपी की पहचान की गई और पुलिस की एक टीम कोलकाता के कस्बा इलाके में भेजी गई जहां से पारीख को सात अप्रैल को गिरफ्तार कर लिया गया.

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