Jharkhand Samachar: रेस्क्यू की गई 3 नाबालिग लड़कियां सिमडेगा की रहने वाली हैं जबकि बाकी चार लड़कियां गुमला से हैं जिन्हें काम कराने के लिए दिल्ली ले जाया जा रहा था.
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Ranchi: राजधानी रांची सहित पूरे झारखंड में लाख कोशिशों के बाद भी मानव तस्करी का खेल जारी है. यहां आए दिन एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन से बच्चियों को रेस्क्यू किया जाता है. वहीं, ताजा मामला रांची रेलवे स्टेशन का है जहां से 3 नाबालिग और चार बालिग छात्राओं को रेस्क्यू किया गया है.
जानकारी के अनुसार, रेस्क्यू की गई 3 नाबालिग लड़कियां सिमडेगा की रहने वाली हैं जबकि बाकी चार लड़कियां गुमला से हैं. अधिकारी के मुताबिक, 'सभी लड़कियां नाबालिग लग रही है, एज के मिलान के बाद ही सही उम्र स्पष्ट हो पाएगी. फिलहाल सभी लड़कियों को बाल आश्रय भेज दिया गया है.'
इधर, बच्चों को रेस्क्यू कराने वाली इंस्पेक्टर ने बताया कि 'कल स्टेशन पर चेकिंग के दौरान कुछ बच्चियों को संदेहास्पद स्थिति में देखा गया जिसके बाद जब उनसे पूछताछ की गई तो पता चला कि उन्हें काम कराने के लिए दिल्ली ले जाया जा रहा है. मामले में आरोपी तस्करों को भी डिटेन किया गया है जिनसे पूछताछ चल रही है. वहीं, पूरे मामले को लेकर गुमला और सिमडेगा थाने की पुलिस को जानकारी दी जा चुकी है.'
आरोपी तस्करों का कहना है कि एक बच्चे को दिल्ली भेजने के लिए उन्हें 15,000 रुपए मिलते हैं और बच्चियों को काम के लिए 8 से 10 हजार रुपए दिए जाते हैं. आरोपी महिला तस्कर ने बताया कि कई बच्चियां खुद अपने मां-बाप की इच्छा से बड़े शहरों में जाती हैं. जबकि कुछ उन्हें देखकर उनके साथ चल पड़ती हैं.
बहरहाल आए दिन नाबालिगों की तस्करी का मामला प्रकाश में आता है. हालांकि, लोगों के मुताबिक सभी बच्चियां अपने मन से बड़े शहरों में जाती हैं ताकि वे दूसरों के घरों में काम कर पैसा कमा सकें लेकिन इसी की आड़ में कई बच्चियों के साथ बहुत कुछ गलत भी होता है इसीलिए जरूरी है कि इस तरह की तस्करी पर वक्त रहते रोक लगाई जाए.