नागपुर: महाराष्ट्र के डीजीपी हेमंत कुमार नागराले ने सिस्टम में मौजूद भ्रष्टाचार (Hemant Kumar Nagrale On Corruption) पर जो कहा वो चर्चा का विषय बना हुआ है. डीजीपी हेमंत कुमार नागराले ने भ्रष्टाचार पर किए गए एक सवाल पर कहा कि भ्रष्टाचार सिस्टम का हिस्सा (Corruption) है. उसे पूरी तरह खत्म नहीं किया जा सकता.


भ्रष्टाचार सिस्टम का हिस्सा: महाराष्ट्र डीजीपी


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महाराष्ट्र के डीजीपी (Maharashtra DGP) ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'मैं भ्रष्टाचार का बचाव नहीं कर रहा हूं. मैं केवल यह कह रहा हूं कि भ्रष्टाचार सिस्टम का हिस्सा (Corruption In System) है और इसे सिस्टम से बाहर करना बहुत मुश्किल है. केवल एक चीज जो हम कर सकते हैं, वो ये है कि भ्रष्टाचार में शामिल सरकारी कर्मचारियों के अधिकतम मामलों का पता लगाया जाए.'


100 प्रतिशत तक खत्म नहीं कर सकते भ्रष्टाचार


पुलिस डिपार्टमेंट और रेवेन्यू डिपार्टमेंट में भ्रष्टाचार के सवाल पर डीजीपी हेमंत कुमार नागराले ने कहा कि ऐसा नहीं है कि यहां भ्रष्टाचार सिर्फ पुलिस डिपार्टमेंट, रेवेन्यू डिपार्टमेंट या फॉरेस्ट डिपार्टमेंट में है. जितने ज्यादा लोग होंगे, भ्रष्टाचार उतना ही ज्यादा होगा. यह सिस्टम का एक हिस्सा है, जो हर जगह फैला हुआ है. सिस्टम से भ्रष्टाचार को 100 प्रतिशत तक खत्म नहीं किया जा सकता है.


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महाराष्ट्र के डीजीपी ने आगे कहा कि अगर समाज में 100 लोग हैं तो उनमें से कुछ लोग गड़बड़ करते हैं. हम बस इतना कर सकते हैं कि उनको सबके सामने ले आएं.


इस वजह से बढ़ रहा भ्रष्टाचार


उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार तब ज्यादा बढ़ता है जब सीनियर अधिकारी जूनियर कर्मचारियों की जांच नहीं करते हैं. अधिकारियों की जवाबदेही तय करने से भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी.


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डीजीपी हेमंत कुमार नागराले ने कहा कि भ्रष्ट्राचार के अधिक मामले सामने आने से मुझे चिंता नहीं है क्योंकि इससे ज्यादा से ज्यादा अधिकारी बेनकाब हो रहे हैं.


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