नई दिल्ली: 10वीं की परीक्षा (10th Board Exam) बेहद महत्वपूर्ण होती है. 10वीं के साथ ही छात्रों का भविष्य तय होता है. 10वीं की बोर्ड परीक्षा (Career Options After 10th Board Exam) के बाद छात्र आगे की पढ़ाई के लिए स्ट्रीम का चुनाव करते हैं और उसी के हिसाब से अपने भविष्य की दिशा तय करते हैं.


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10वीं पास कर चुके स्टूडेंट्स आगे की पढ़ाई और करियर को लेकर अक्सर असमंजस की स्थिति में रहते हैं. वे समझ नहीं पाते हैं कि 10वीं के बाद क्या विषय (Subject) लें. उनके द्वारा लिया गया एक गलत फैसला उनकी पूरी जिंदगी खराब कर सकता है. 10वीं के बाद (Career Options After 10th) अपनी रुचि, भविष्य की संभावनाओं और बड़ों की राय के हिसाब से ही करियर से जुड़े फैसले लें.


सही निर्णय लेना है जरूरी


कोई भी निर्णय लेने से पहले अपने सीनियर्स, टीचर्स या माता-पिता तथा अभिभावकों की राय जरूर लें. आपमें निर्णय लेने की क्षमता होनी चाहिए. हर जॉब मार्केट में इस क्वॉलिटी की डिमांड सबसे ज्यादा होती है. आप चाहे किसी भी क्षेत्र में जाएं, हर जगह आपकी इस क्वॉलिटी की परख की जाती है. कुछ हद तक आपका करियर इसी पर डिपेंड करता है.


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10वीं के बाद करियर ऑप्शंस


छात्रों के मन में इस तरह के सवाल जरूर उठते हैं- 10वीं की परीक्षा के बाद क्या करें, किस स्ट्रीम का चुनाव करें, क्या किसी प्रोफेशनल कोर्स का चयन करना चाहिए या फिर ट्रेडिशनल विकल्पों की तरफ ही अपने खुद को केंद्रित करना चाहिए. 10वीं के बाद सही स्ट्रीम का चुनाव करना बहुत जरूरी है ताकि भविष्य के किसी निर्णय को लेकर कोई पछतावा न रहे.


कैसे करें विषय का चुनाव


कभी-कभी स्टूडेंट्स दबाव में आकर उस स्ट्रीम (Stream) का चुनाव कर लेते हैं, जो उनकी रुचि का बिलकुल नहीं होता है. कई बार वे किसी विषय को सिर्फ इसलिए चुन लेते हैं कि उनके दोस्तों ने भी वही चुना है या उनके भाई-बहन भी उसी सब्जेक्ट से पढ़ाई कर चुके हैं. ऐसा करना आपके भविष्य के लिए खतरों से भरा है. 10वीं के बाद हमेशा अपनी पसंद और रुचि के अनुसार ही विषय चुनें ताकि आप उसमें बेहतर रिजल्ट दे सके. 


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10वीं के बाद विज्ञान में सुनहरा है भविष्य


अधिकांश स्टूडेंट्स का पसंदीदा विषय विज्ञान (Science) होता है और लगभग सभी माता पिता यही चाहते हैं कि उनका बच्चा विज्ञान विषय से ही पढ़ाई करे. इस स्ट्रीम के स्टूडेंट्स के पास इंजीनियरिंग (Engineering), चिकित्सा (Medical), आईटी (IT) और कंप्यूटर (Computer) विज्ञान जैसे कई आकर्षक करियर विकल्प होते हैं.


दसवीं के बाद विज्ञान विषय (Science Career Options After 10th) चुनने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसे लेने के बाद आगे चलकर वे आर्ट्स या कॉमर्स स्ट्रीम में भी एडमिशन ले सकते हैं. 


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अगर आपने 12वीं तथा ग्रेजुएशन आर्ट्स या कॉमर्स से की है तो आप भविष्य में साइंस नहीं ले सकते हैं, जबकि साइंस स्ट्रीम वाले किसी भी स्ट्रीम का चुनाव कर सकते हैं. जहां तक ​​कक्षा 11वीं और 12वीं की बात करें तो कंप्यूटर विज्ञान, आईटी और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे कुछ विषयों के साथ भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीवविज्ञान और गणित जैसे विषयों का चयन कर सकते हैं.


यदि आप इंजीनियरिंग में दिलचस्पी रखते हैं तो भौतिकी (Physics), रसायन विज्ञान (Chemistry) और गणित (Math) विषय ले सकते हैं, अगर आप मेडिकल के क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं तो पीसीएमबी यानी भौतिकी (Physics), रसायन विज्ञान (Chemistry), गणित (Math) और जीवविज्ञान (Biology) विषय ले सकते हैं.


बिजनेस में हो दिलचस्पी 


साइंस (Science) के बाद स्टूडेंट्स का सबसे पसंद किया जाने वाला स्ट्रीम (Stream) है कॉमर्स. यदि स्टैटिक्स (Statics), फाइनेंस (Finance) या इकोनॉमिक्स (Economics) के फील्ड में जाना चाहते हैं तो आपको इस स्ट्रीम का चुनाव करना होगा. अगर करियर की बात की जाए तो कॉमर्स स्ट्रीम से चार्टर्ड एकाउंटेंट्स (CA), कंपनी सेक्रेटरी (CS), एकाउंट्स (Accounts), निवेश (Investment), बैंकिंग (Banking) और वित्तीय सलाहकार (Financial Advisor) जैसी कुछ बेहद आकर्षक और अच्छे पैकेज वाली नौकरियों में जाया जा सकता है. 


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कॉमर्स स्टूडेंट्स के रूप में आपको बिजनेस इकोनॉमिक्स (Business Economics), एकाउंटेंसी (Accountancy), बिजनेस स्टडी (Business Study) और बिजनेस लॉ (Business Law) आदि मुख्य विषयों का अध्ययन करना होगा. इसके अलावा स्टूडेंट्स को कॉमर्स स्ट्रीम के एक हिस्से के रूप में अकाउंटिंग, ऑडिटिंग, इनकम टैक्स, मार्केटिंग और जनरल बिजनेस इकोनॉमिक्स में प्रशिक्षण भी दिया जाएगा. साइंस के स्टूडेंट्स की तरह ही इन्हें भी एक अनिवार्य भाषा का चयन करना होता है.


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