'पतियों की बात नहीं मानती महिलाएं इसलिए.....', CBSE के इस सवाल पर मचा बवाल, आप भी जानिए
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'पतियों की बात नहीं मानती महिलाएं इसलिए.....', CBSE के इस सवाल पर मचा बवाल, आप भी जानिए

सीबीएसई कक्षा 10 के अंग्रेजी के पेपर में पूछे इस पैराग्राफ को 'जेंडर स्टीरियोटाइपिंग' कहा जा रहा है, जिसपर विवाद जारी है. इसपर प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi Vadra) भी प्रतिक्रिया दे चुकी हैं.

'पतियों की बात नहीं मानती महिलाएं इसलिए.....', CBSE के इस सवाल पर मचा बवाल, आप भी जानिए

नई दिल्ली. सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) की तरफ से मेजर विषयों की टर्म-1 की परीक्षाएं आयोजित की जा रही हैं. इसी बीच 10वीं में आए एक सवाल को लेकर बवाल मच गया है. पेपर के comprehension में एक लाइन थी, 'बच्चे और नौकर अनुशासित हैं क्योंकि पत्नियों ने अपने पतियों की बात माननी बंद कर दी है' (Children and servants are indisciplined because wives stopped obeying their husbands).

इस सवाल से सीबीएसई बोर्ड पर चारों ओर से सवाल उठाए जा रहे हैं. सीबीएसई को शिक्षकों, माता-पिता और राजनेताओं सहित लोगों से प्रतिक्रिया मिली है. यही नहीं पैराग्राफ में आगे लिखा था- ''women gaining independence is the main reason for a wide variety of social and family problems.'' ''Emancipation of the wife destroyed the parent’s authority over the children. The mother did not exemplify the obedience upon which she tried to insist,'' It added, “In bringing the man down from his pedestal the wife and mother deprived herself, in fact, of the means of discipline.'' (महिलाओं का स्वतंत्रता पाना ही सामाजिक और पारिवारिक समस्याओं में विविधता का मुख्य कारण है. ''पत्नी की आजादी ने बच्चों पर माता-पिता के अधिकार को खत्म कर दिया. मांओं ने वैसी आज्ञाकारिता का उदाहरण नहीं दिया जिस पर उसने जोर देने की कोशिश की थी....

सीबीएसई कक्षा 10 के अंग्रेजी के पेपर में पूछे इस पैराग्राफ को 'जेंडर स्टीरियोटाइपिंग' कहा जा रहा है, जिसपर विवाद जारी है. इसपर प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi Vadra) भी प्रतिक्रिया दे चुकी हैं.

हालांकि, बोर्ड ने कहा है, सीबीएसई अब इस मामले पर दोबारा विचार कर रही है. ''सीबीएसई कक्षा 10 प्रथम सत्र की परीक्षा के अंग्रेजी पेपर के एक सेट में कुछ माता-पिता और छात्रों से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली है, जिसमें कहा गया है कि ''यह परिवार पर प्रतिगामी धारणाओं का समर्थन करता है और कथित तौर पर लैंगिक रूढ़िवादिता को बढ़ावा देता है.''

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने एक बयान में कहा, ‘‘यह उल्लेखित किया जाता है कि दोनों प्रश्न सही थे और कोई दुविधा नहीं थी. अंश इस टिप्पणी से शुरू होता- ‘नीचे दिए अंश को पढ़िये और बाद में दिये गए सवालों के उत्तर दिए गए विकल्पों में सबसे उचित विकल्प का चयन करते हुए दीजिये या पंक्ति को पूरा करिए. प्रश्नों के उत्तर निर्देशों के तहत दिए जाने थे, न कि अलग से.

इधर, मामले को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज लोकसभा में भी उठाया. उन्होंने कहा कि CBSE की परीक्षा में कथित तौर पर पूछे गए आपत्तिजनक सवालों को तुरंत हटाया जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि एजुकेशन मिनिस्ट्री को तुरंत इसकी समीक्षा करनी चाहिए. वहीं, इससे पहले राहुल गांधी ने ट्वीट करके इस मामले को लेकर सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने इसे RSS-BJP की साजिश बताया था.

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