DU Admission 2022: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने आज सुबह कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट अंडरग्रेजुएट (CUET UG 2022) के परिणाम जारी कर दिए हैं. रिजल्ट जारी होने के बाद अब इस परीक्षा में भाग लेने वाले सभी विश्वविद्यालयों पर यह निर्भर करेगा कि वे एडमिशन के लिए आवेदन करने वाले छात्रों के सीयूईटी स्कोर (CUET Score) के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार करें.


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दिल्ली विश्वविद्यालय (DU), जिसे अपनी पहली पसंद के तौर पर सबसे अधिक छात्रों ने चुना है, उसने एडमिशन के लिए सबसे पहले कॉमन रजिस्ट्रेशन पोर्टल "कॉमन सीट एलोकेशन सिस्टम" लॉन्च कर दिया है. आइये अब आपको यह बताते हैं कि डीयू अपने विभिन्न पाठ्यक्रमों के लिए किस प्रकार मेरिट लिस्ट का ड्राफ्ट तैयार करेगा.


एनटीए के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, "इस परीक्षा में भाग लेने वाले सभी विश्वविद्यालयों के पास सभी छात्रों के स्कोरकार्ड की पूरी डिटेल हैं. इस डिटेल के साथ, विश्वविद्यालय उन अंकों को वेरिफाई करने में सक्षम होंगे, जो अंक छात्र इस समय विश्वविद्यालय में आवेदन करते समय अलग से भर रहे हैं."


बता दें कि 3 अक्टूबर को डीयू रजिस्ट्रेशन विंडो बंद कर देगा, जिसके बाद विश्वविद्यालय के पास सभी आवेदकों का डेटा होगा, जिसमें उनके कोर्स और कॉलेज की प्रेफरेंस डिटेल के साथ-साथ सभी विषयों में उनके सीयूईटी स्कोर शामिल होंगे. डीयू के डीन हनीत गांधी के अनुसार, विश्वविद्यालय के अधिकारी किसी एक स्पेसिफिक कोर्स या ग्रुप ऑफ कोर्स की एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया के तहत छात्र के मेरिट की केलकुलेशन उसके द्वारा प्राप्त किए गए टॉप 4 सब्जेक्ट्स के नॉर्मलाइज्ड अंकों को जोड़ कर की जाएगी. इसके अलावा जिन कोर्सेस का एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया एक समान होगा, उसके लिए कॉमन मेरिट लिस्ट जारी की जाएगी. 


उन्होंने आगे कहा कि अगर किसी छात्र ने पांच या छह विषयों में परीक्षा दी है, जो सभी एक कार्यक्रम के लिए योग्य विषयों की सूची में हैं, तो डीयू उन विषयों का चयन करेगा, जिनमें उम्मीदवार ने सबसे अधिक स्कोर किया है.


आइये अब आपको बताते हैं कि छात्रों के बीच टाई की स्थिति में डीयू क्या करेगा. अगर दो या दो से अधिक आवेदकों का सीयूईटी स्कोर एक समान है और एक ही कोर्स और कॉलेज कॉम्बिनेशन को भी चुना है, तो ऐसी स्थिति में, विश्वविद्यालय टाई-ब्रेकर के रूप में नीचे दिए गए निम्नलिखित मानदंड का उपयोग करेगा.


1. कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा में प्राप्त टॉप तीन विषयों में अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र को प्रेफरेंस दी जाएगी.


2. इसके बावजूद टाई होने पर, कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा में प्राप्त टॉप चार विषयों में अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र को प्रेफरेंस दी जाएगी.


3. अगर अब भी टाई की स्थिति रहती है तो कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा में प्राप्त टॉप पांच विषयों में अधिक अंक प्राप्त करने वाले छात्र को प्रेफरेंस दी जाएगी.


4. अगर उपरोक्त सभी ऑप्शन विफल हो जाते हैं, तो कक्षा 10वीं के प्रमाण पत्र पर देख गए डेट ऑफ बर्थ के अनुसार अधिक उम्र वाले छात्र को प्रेफरेंस दी जाएगी.