नई दिल्ली. यूक्रेन पर रूस के हमले का आज 8वां दिन है. लगातार हो रहे हमले की वजह से यूक्रेन में कई हॉस्पिटल, घर, स्कूल तबाह हो गए हैं. अब तक कई सौ लोगों की जान भी जा चुकी है. वहीं, भारत से यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई करने गए हजारों की संख्या में छात्र फंस गए हैं, जिनका रेस्क्यू 'ऑपरेशन गंगा' के तहत किया जा रहा है. ऐसे में आइए जानते हैं कि भारत की तरफ से कब-कब विदेशों में फंसे नागरिकों का रेस्क्यू किया गया और उन ऑपरेशनों का नाम क्या था?


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वंदे भारतमिशन
साल 2020 में जब कोरोना वायरस की शुरुआत हुई थी, सभी देशों में लॉकडाउन लगा दिया था. ऐसे में कई हजार भारतीय कई देशों में फंस गए हैं, जिन्हें निकालने के लिए भारत सरकार ने 'वंदे भारत मिशन' अभियान चलाया था. भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए विशेष फ्लाइट चलाई गई थीं और लाखों की संख्या में लोगों को देश लाया गया था.


ऑपरेशन देवशक्ति
'ऑपरेशन देवशक्ति' अभियान अफगानिस्तान से भारतीयों को स्वदेश लाने के लिए 2021 में चलाया गया था. दरअसल, जब तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा किया था, उस वक्त हजारों की संख्या में भारतीय फंस गए थे. 


वुहान एयरलिफ्ट
इसके अलावा कोरोना वायरस के दौरान वुहान एयरलिफ्ट के जरिए चीन के वुहान से भी भारतीयों को बाहर निकाला गया था. साल 2020 में बीमारी को लेकर ये ऑपरेशन चलाया गया था.


ऑपरेशन राहत
हौथी विद्रोही लड़ाकों की वजह से यमन की राजधानी सना में अशांति फैल गई थी. ऐसे में वहां से भारतीयों को निकालने के लिए 'ऑपरेशन राहत' चलाया गया था. यह ऑपरेशन साल 2015, जनवरी में चलाया गया था.


ऑपरेशन एमनेस्टी एयरलिफ्ट
साल 1996 में एयरइंडिया ने उन भारतीयों को वापस लाने के लिए ‘ऑपरेशन एमनेस्टी एयरलिफ्ट’ चलाया था, जिनके पास संयुक्त अरब अमीरात में वैध परमिट नहीं थे.


कुवैत एयरलिफ्ट
साल 1990 में भारतीय वायु सेना ने कुवैत में फंसे भारतीय नागरिकों को एयरलिफ्ट करने के लिए एयर इंडिया के साथ ऑपरेशन चलाया था. इस ऑपरेशन में लगभग 170, 000 नागरिकों को सुरक्षित रूप से एयरलिफ्ट किया गया था. इस ऑपरेशन को 'कुवैत एयरलिफ्ट' नाम दिया गया था.


ऑपरेशन मैत्री
यह ऑपरेशन नेपाल में साल 2015 में आए भूकंप के बाद भारत सरकार द्वारा चलाया गया था. साल 2015 में नेपाल में भूकंप आया तब भारत ने पड़ोसी देश की काफी मदद की. भारत ने कुल 5188 लोगों को बचाया था. इसमें से 785 विदेशी नागरिकों को ट्रांजिट वीजा दिया गया था.


ऑपरेशन सुकून
ऑपरेशन सुकून भारतीय नौसेना द्वारा साल 2006 के लेबनान युद्ध के दौरान संघर्ष क्षेत्र से भारतीय, श्रीलंकाई और नेपाली नागरिकों के साथ-साथ भारतीय जीवनसाथी के साथ लेबनानी नागरिकों को निकालने के लिए किया गया एक ऑपरेशन था.


इसके अलावा भारत सरकार की तरफ से साल 2006 में साइप्रस के लारनाका के रास्ते लेबनान से भारतीयों को वापस लाया गया था. वहीं, 2011 में मिस्र में राजनीतिक उथल-पुथल के बाद काहिरा से 11,345 फंसे हुए भारतीयों को निकालने के लिए उसने विशेष उड़ानें संचालित की गई थी. साथ ही भारत की तरफ से 2014 में लीबिया एवं माल्टा से 1200 से अधिक फंसे हुए भारतीयों को निकालने के लिए ट्यूनीशिया के डजेर्बा के लिए उड़ानें संचालित की गई थीं.


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