परेश रावल का कहना है कि कोई उन्हें मोदी भक्त कहे, तो भी वह खुश हैं.
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मुंबई : साल 2016 में भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक कर पाकिस्तान के होश उड़ा दिए थे. अब बॉलीवुड ने इस ऐतिहासिक लड़ाई पर फिल्म 'उरी' बनाई है जो 11 जनवरी को रिलीज हो रही है. फिल्म में एक्टर परेश रावल प्रधानमंत्री के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर के किरदार में नज़र आएंगे. यह फिल्म लोगों को देशभक्ति के जज्बा भरने के लिए काफी है. एक इंटरव्यू के दौरान परेश रावल ने कहा कि आर्मी बैशिंग लोगों के लिए फैशन बन गया है, इसलिए वो कहते हैं कि यह फिल्म देश और देशवासियों के लिए बहुत जरूरी फिल्म है.
देश के जवानों की बात करते हुए परेश रावल ने कहा कि आम ज़िंदगी में जब मैं जवानों को देख हूं तो मुझे तो लगता है कि ये बंदा हमारे लिए गोली खा के मरने वाला है. यह आदमी न आपको जानता है, न आपसे कभी मिलेगा, उसके बावजूद वो आपकी रक्षा के लिए वहां पर मर जाता है. यह किस किस्म के लोग हैं, इन्हें तो बिल्कुल संभाल के रखना चाहिए. परेश रावल ने आगे कहा कि ऐसे लोग जो अपनी जान की आहुति दे देते हैं, आपकी रक्षा के लिए, उनके बारे में कुछ भी कहना, उनके काम पर शक करना और कहना कि सर्जिकल स्ट्राइक तो हुई ही नहीं थी, सब बकवास है. सिर्फ पाकिस्तान ने वेरीफाई नहीं किया, तो मतलब सर्जिकल स्ट्राइक हुई नहीं, बिल्कुल गलत है. पाकिस्तान कभी वेरीफाई नहीं करेगा.
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परेश रावल का मानना है कि जिस आसानी से आज के वक़्त में आर्मी चीफ को गाली दी जाती है, सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाए जाते है, ऐसे वक्त में 'उरी' जैसी फिल्म का दिखाया जाना जरूरी है. 'उरी' के अलावा, अनुपम खेर की 'एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर' और नवाज़ुद्दीन की 'ठाकरे' जैसी पोलिटिकल फिल्मस भी इस महीने रिलीज होने वाली हैं.
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साथ ही साथ परेश रावल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बायोपिक पर भी काम कर रहे हैं. परेश का कहना है कि कोई उन्हें मोदी भक्त कहे, तो भी वह खुश हैं. नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए परेश रावल ने कहा कि वह बहुत अच्छे पोएट हैं. सबसे बड़ी बात है, उनकी आंखों में जो आग है, अपने देश को लेकर, उसे आगे लाने के लिए, वर्ल्ड पावर बनाना चाहिए, क्यों नहीं बन रहा। यह जो लगन है, इनक्रेडिबल है. एक ही पैशन लेकर चले हैं और बड़ी मुश्किल से ऐसे लीडर मिलते हैं. अब कोई कुछ कहे मुझे, चाहे उनका भक्त कहे, मैं खुश हूं.