चंडीगढ़: 'फ़िलहाल' और 'तेरी मिट्टी' जैसे गाने गा चुके बॉलीवुड के प्रसिद्ध सिंगर और संगीत निर्देशक बी पराक उर्फ प्रतीक बच्चन के पिता वीरेंद्र बच्चन पत्नी और बेटे को घर से बेदखल करने की अपील लेकर गुरुवार को सेक्टर-17 स्थित एडीसी ऑफिस पहुंच गए. एडीसी सचिन के सामने करीब दो घंटे तक सुनवाई और कार्यालय के बाहर हंगामे के बाद वीरेंद्र बच्चन सेक्टर-24 स्थित पंजाब और हरियाणा हाइकोर्ट के एक जज की कोठी में शिकायत लेकर पहुंच गए.


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तकरीबन डेढ़ घंटे बाहर खड़े रहने के बाद सूचना पाकर सेक्टर-24 चौकी प्रभारी शिवचरण सिंह सहित पुलिस टीम उन्हें और उनके वकील को चौकी में लेकर आ गए. इस दौरान उनकी पत्नी अनीता बच्चन सहित रिश्तेदार और जानकार भी चौकी में पहुंच गए थे. चौकी में भी काफी देर तक दोनों पक्षों के बीच हंगामा चलता रहा. पत्नी ने कहा कि उनके पति की तबीयत खराब है, शिष्या मीनू कपूर ने बरगलाया है. देर रात वीरेंद्र बच्चन अपनी स्टेंटमेंट दर्ज करवाकर अपनी मर्जी से सेक्टर-45 रहने वाली छोटी बहन के घर चले गए. हालांकि एडीसी ऑफिस में उन्हें शुक्रवार को भी पक्ष रखने के लिए बुलाया गया है.


वीरेंद्र बच्चन ने ज़ी मीडिया से बातचीत में बताया कि वह चंडीगढ़ के सेक्टर-20 स्थित मकान में रहते है. उनके पत्नी और बच्चे उनका ख्याल नहीं रख रहे हैं और उन लोगों से उन्हें खतरा है. जिसके कारण उनके साथ नहीं रहता चाहते हैं और उनकी पत्नी और बेटे को मकान के बाहर निकाला जाए. इस संबंध में एडीसी ऑफिस में अपील लेकर पहुंचे थे. वहां पर मामला पूरी तरह से नहीं निपटने के कारण सेक्टर-24 स्थित हाईकोर्ट जज के सामने पेश होने गए. वहीं


सेक्टर-24 चौकी में मौजूद वीरेंद्र बच्चन की पत्नी अनीता बच्चन ने बताया कि उनके पति की तबीयत खराब है. वह दोपहर में बाहर टहलने की बात बोलकर भांजे के साथ सेक्टर-17 एडीसी ऑफिस में चले गए. जब उन लोगों को मालूम चला तो सभी उनके पास तुरंत पहुंच गए. उन्होंने आरोप लगाया कि शिष्या मीनू बार-बार वीरेंद्र बच्चन को बरगलाकर अलग-अलग जगह शिकायतें दिला रही है. हाइकोर्ट में सुनवाई के बाद जांच हुई और जांच रिपोर्ट के बाद हाईकोर्ट ने मीनू की याचिका खारिज कर दी थी. याचिका खारिज होने के बाद मीनू ने डीसी ऑफिस में एप्लीकेशन दायर करवा दी. 


इसी साल जुलाई महीने में पंजाब एंड हरियाणा कोर्ट में वीरेंद्र बच्चन की शिष्या याचिकाकर्ता मीनू कपूर ने याचिका दायर की थी. याचिका में आरोप लगाया था कि वीरेंद्र बच्चन की तबीयत काफी समय से सही नहीं है. उनके दिमाग में खून के थक्के जमने शुरू हो गए हैं. उनकी बीवी और बेटा उनका सही तरीके से इलाज नहीं करवा रहे हैं और न ही उनको किसी से मिलने दिया जा रहा है. 


याची के अनुसार वीरेंद्र बच्चन की जीरकपुर और चंडीगढ़ में प्रॉपर्टी है. उस प्रॉपर्टी को उनकी पत्नी और उनका बेटा यानी कि बी पराक हड़पना चाहते हैं. हाईकोर्ट ने मामले का कड़ा संज्ञान लेते हुए एसएसपी को इस मामले पर विस्तृत रिपोर्ट पेश करने के आदेश दिए हैं. उस रिपोर्ट में वीरेंद्र बच्चन की पत्नी और बेटे को क्लीन चिट दी गई थी जिसके बाद शिष्या मीनू की याचिका हाईकोर्ट ने खारिज कर दी थी.