पद्मावती विवाद : `भंसाली नहीं माने, तो हम उन्हें कोई भी फिल्म नहीं बनाने देंगे`, जानें किसने क्या कहा...
फिल्म पद्मावती को सेंसर बोर्ड ने अभी तक पास नहीं किया है, लेकिन विवाद है कि थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा बयान बीजेपी के विधायक राम कदम का आया है.
नई दिल्ली : संजय लीला भंसाली की नई फिल्म पद्मावती को लेकर चल रहा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. फिल्म का विरोध न केवल करणी सेना जैसे संगठन कर रहे हैं, बल्कि बीजेपी और कांग्रेस के कुछ विधायक और सांसद भी विरोध को हवा दे रहे हैं. खास बात यह है कि यह विवाद तब है जबकि किसी ने भी फिल्म पद्मावती को देखा तक नहीं है. यहां तक कि सेंसर बोर्ड ने भी इसे अभी पास नहीं किया है. ताजा बयान बीजेपी के विधायक राम कदम का आया है. उनका विरोध इस मायने में अहम है क्योंकि वह फिल्म स्टूडियो सेटिंग और संबद्ध मजदूर यूनियन के प्रमुख भी हैं.
राम कदम ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, 'हमारा संगठन ऐसे लोगों का समर्थन नहीं करेगा, जो अपनी फिल्म की पब्लिसिटी के लिए इतिहास से छेड़छाड़ करते हैं. हम बैन की मांग करेंगे. वहीं यदि भंसाली नहीं माने, तो हमारा यूनियन उनको कोई भी फिल्म शूट नहीं करने देगा.'
वैसे इस मुद्दे पर इससे पहले भी कई नेता अपनी बात रख चुके हैं और इनमें से ज्यादातर ने पद्मावती का विरोध करने वालों का समर्थन किया है. आइए जानते हैं अब तक किसने क्या कहा है...
दीपिका लेक्चर न दें : बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने फिल्म की लीड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण पर निशाना साधते हुए कहा है, 'अभिनेत्री दीपिका पादुकोण हमें पिछड़ेपन को लेकर लेक्चर दे रही हैं! यह देश तभी विकास कर सकता है, जब उनकी नजर में वह पीछे जा रहा हो.' इस बीच दीपिका पादुकोण ने कहा है कि फिल्म को रिलीज होने से कुछ भी नहीं रोक सकता है.
प्रिंट जला दें : विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) के नेता आचार्य धर्मेन्द्र ने फिल्म पद्मावती में इतिहास के साथ की गई कथित छेड़छाड़ के मामले पर तीव्र रोष व्यक्त करते हुए कहा कि फिल्म पद्मावती के सारे प्रिंट जला दिए जाने चाहिए और निर्माता/निर्देशक संजय लीला भंसाली पर मुकदमा चलाना चाहिए.
मूल समस्याओं पर ध्यान दें: कांग्रेस नेता शशि थरूर ने सोमवार को कहा कि फिल्म पर विवाद राजस्थानी महिलाओं की स्थिति पर ध्यान देने का एक मौका है और शिक्षा 'घूंघट' या सिर पर पर्दे से ज्यादा महत्वपूर्ण है. थरूर ने ट्वीट कर कहा, " 'पद्मावती' विवाद आज राजस्थानी महिलाओं की स्थिति पर ध्यान केंद्रित करने का एक मौका है, न कि छह शताब्दी पुरानी महारानियों पर ध्यान केंद्रित करने का. राजस्थान की महिला की साक्षरता दर सबसे कम है. शिक्षा 'घूंघट' से ज्यादा जरूरी है."
माफी मांगें : पुरी के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने कहा है कि ऐतिहासिक तथ्यों से कथित तौर पर छेड़छाड़ करने पर ‘पद्मावती’ के निर्माता माफी मांगें. उन्होंने कहा कि फिल्म में रानी पद्मावती (पद्मिनी) के चरित्र से छेड़छाड़ की गई है. संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ शुरू से ही विवादों में रही है.
पद्मावती फिल्म को लेकर विवाद का दौर जारी है. इसकी रिलीज डेट एक दिसंबर है. अब देखने वाली बात होगी कि फिल्म तय समय पर रिलीज हो पाती है या नहीं.