शशि कपूर (Shashi Kapoor) की पत्नी जेनिफर केंडल (Jennifer Kendal) ने आज ही के दिन दुनिया को अलविदा कहा था.
28 फरवरी 1933 को यूनाइटेड किंगडम के साउथपोर्ट में जन्मीं जेनिफर को पृथ्वी थिएटर का संस्थापक कहा जाता है. जेनिफर को 1981 में आई फिल्म '36 चौरंगी लेन' के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए बाफ्टा अवार्ड के लिए नामांकित किया गया था. 7 सितम्बर 1984 को लंदन में जेनिफिर का निधन हो गया था.
यह किस्सा शुरू हुआ दिनों जब शशि कपूर ने कोलकाता के एक थियेटर में एक प्ले कर रहे थे. उस वक्त शशि कपूर अपने पिता के साथ मिलकर उस थियेटर पर चार प्ले कर रहे थे. वहीं शशि कपूर की मुलाकात जेनिफर केंडल से हुई.
प्ले करते हुए शशि कपूर ने गौर किया कि एक लड़की बहुत दिनों से लगातार आगे वाली लाइन में बैठकर उनका प्ले देखती है. इसके बाद उस लड़की के बारे में पता किया तो शशि कपूर ने जाना कि यह जेनिफर केंडल हैं, जो उसी शेक्सपीयाराना इंटरनेशनल के मालिक की बेटी हैं.
इस लड़की पर शशि कपूर का दिल ऐसा आया कि वह दीवाने हो गए और शादी का फैसला कर बैठे. लेकिन आश्चर्य की बात तो ये है कि अब तक जैनिफर से शशि की कोई खास मुलाकात नहीं हुई थी. जेनिफर से मिला कैसे जाए? इसी असमंजस में शशि कपूर अपने कजिन के पास गए. उसने दोनों की मीटिंग फिक्स कराई और उसी अम्पायर थियेटर के पीछे स्थित एक खूबसूरत होटल में शशि कपूर और जेनिफर का मिलना तय हुआ. लेकिन इस मुलाकात के बारे में सोचकर ही शशि कपूर की हालत खराब हो रही थी.
मुश्किल यह भी थी कि उस समय तब पृथ्वी थिएटर में काम करने वाले शशि कपूर की कोई बड़ी पहचान नहीं थी, उनकी उम्र महज 18 साल थी. दूसरी तरफ जेनिफ़र अपने पिता जेफ़्री कैंडल के थिएटर समूह की लीड अभिनेत्री थीं. शशि कपूर के मुताबिक जेनिफर को सामने देख वह पसीना-पसीना हो गए और उनके हाथ कांपने लगे थे.
मुलाकात के समय शशि कपूर और जेनिफर दोनों ही चुप थे. उनके बीच बात शुरू करने के लिए मुलाकात का जुगाड़ करने वाले कजिन को ही आगे आना पड़ा. पहली मुलाकात कुछ खास नहीं रही लेकिन वो मुलाकात शशि कपूर के लिए किसी सपने के पूरा होने से कम नहीं थी. लेकिन इस मुलाकात के बाद मुलाकातों का सिलसिला शादी और एक सफल प्रेम कहानी बन गया.
जैनीफर को आज भी लोग उनकी अदाकारी के लिए याद करते हैं. वह कपूर खानदान की एकलौती विदेशी बहू के तौर पर भी याद की जाती हैं. सभी फोटो साभार: Instagram
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