Rajinikanth: रजनीकांत ने दिया सरप्राइज; अचानक पहुंचे उस बस डिपो में, जहां कभी थे कंडक्टर
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Rajinikanth: रजनीकांत ने दिया सरप्राइज; अचानक पहुंचे उस बस डिपो में, जहां कभी थे कंडक्टर

Rajinikanth At Bus Depot: सुपरस्टार रजनीकांत ने मंगलवार को अचानक सभी को चौंका दिया. यह बात सभी जानते हैं कि ऐक्टर बनने से पहले वह बेंगलुरु की सरकारी बसों में कंडक्टर हुआ करते थे. रजनीकांत उस डिपो में जा पहुंचे, जहां कभी वह काम किया करते थे...

 

 

Rajinikanth: रजनीकांत ने दिया सरप्राइज; अचानक पहुंचे उस बस डिपो में, जहां कभी थे कंडक्टर

Rajinikanth Surprise Fans: बॉक्स ऑफिस पर दुनिया भर में 600 करोड़ रुपये कमा चुकी अपनी फिल्म जेलर (Film Jailer) के लिए सुर्खियां बटोर रहे तमिल सुपरस्टार रजनीकांत (Super Star Rajinikanth) ने आज अपने फैन्स को चकित कर दिया. अपने युवा दिनों में वह जिस बस डिपो पर वह कंडक्टर के रूप में काम करते थे, अचानक वहां पहुंच गए. डिपो पर उन्होंने बेंगलुरु मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (बीएमटीसी) बस ड्राइवरों, कंडक्टरों और सहायकों के साथ बातचीत की और तस्वीरें खिंचाई. भारतीय सिनेमा की सबसे बड़ी हस्तियों में से एक रजनीकांत ने 160 से अधिक फिल्मों में ऐक्टिंग की है. उनका जन्म बेंगलुरु में हुआ था और उन्होंने बस कंडक्टर के रूप में काम करने से पहले कई तरह की नौकरियां की थीं. बताया जाता है कि कंडक्टर के रूप में रजनीकांत बस यात्रियों का मनोरंजन किया करते थे और यहीं किसी ने उन्हें अभिनेता बनने का सुझाव दिया था.

इंतजार रजनी का
रोचक बात है कि उन दिनों में कई लोग उनके फैन हो चुके थे. कई यात्री उन खाली बसों को भी छोड़ दिया करते थे, जिनमें रजनीकांत नहीं होते थे. लोग उस बस का इंतजार करते थे, जिसमें रजनीकांत ड्यूटी पर होते थे ताकि वह उन्हें अलग ही अंदाज में टिकट काटते देख सकें. इसके बाद रजनीकांत ने कन्नड़ रंगमंच पर नाटकों में काम शुरू किया. महाभारत के एक नाटक में उन्हें दर्शकों ने दुर्योधन की भूमिका में बहुत पसंद किया था. रजनीकांत ने ड्राइवरों, कंडक्टरों और हेल्परों से बातचीत तथा पुराने दिनों को याद किया. 72 वर्ष के हो रजनीकांत ने बेंगलुरू के जयनगर बस स्टैंड पर बेहद खुशनुमा अंदाज में बीएमटीसी के लोगों साथ कुछ समय बिताया.

चेन्नई से पहले
रजनीकांत का वास्तविक नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है और वह इसी नाम से बस कंडक्टर के रूप में काम करते थे. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार बस डिपो में रजनीकांत पुरानी यादों में खो गए ट्रैफिक ट्रांजिट मैनेजमेंट सेंटर (टीटीएमसी) के कर्मचारियों द्वारा स्वागत के वहां चारों तरफ घूमते रहे. उन्होंने डिपो के कर्मचारियों के साथ कुछ देर बातचीत की और सेल्फी भी खिंचवाई. रजनीकांत ने फिल्मों में हाथ आजमाने के लिए चेन्नई जाने से पहले 22 साल की उम्र तक बेंगलुरू में ही अपना जीवन बिताया और आजीविका के लिए कई काम किए. परंतु बस कंडक्टर की नौकरी ने उन्हें लोगों के बीच लोकप्रिय बनाया था.

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