Vinta Nanda On Life After MeToo: फिल्म निर्माता और राइटर विंता नंदा ने साल 2018 में हिंदी सिनेमा के जाने-माने एक्टर आलोक नाथ पर लगाए गए आरोपों के बाद कैसे सामना किया, इस पर खुलकर बात की है. न्यूज़18 को दिए एक इंटरव्यू में, नंदा ने बताया कि अपने आरोपों को सार्वजनिक करने के बाद उन्हें किन-किन चुनौतियों का सामना करना पड़ा और उन्होंने अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ को कैसे संभाला. ये इंटरव्यू हेमा कमेटी की रिपोर्ट के सामने आने के बाद हुआ है. 


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जिसने मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में तहलका मचा दिया है. इस दौरान कई महिला कलाकारों ने अपनी यौन उत्पीड़न की कहानियां और इंडस्ट्री से के कई बड़े स्टार्स और डायरेक्टर्स पर गंभीर आरोप लगाए हैं. नंदा ने अपने आरोपों के बाद के हालातों पर बात करते हुए बताया, 'जब मैंने अपनी बात रखी, तो मुझे ऐसा लगा जैसे मुझे इस दुनिया में फिर से जगह बनानी पड़ी। कुछ जगहों से समर्थन मिलने और वकीलों के साथ खड़े होने के बावजूद, इंडस्ट्री ने मुझे बड़ी हद तक दरकिनार कर दिया'. 



कोविड-19 महामारी ने सबको एक जगह लाकर खड़ा कर दिया 


उन्होंने आगे बात करते हुए बताया, 'ये काफी मुश्किल था, खासकर जब मेरे पास कोई मजबूत आधार नहीं था. मैंने अपनी पहचान खुद से बनाई थी. लेकिन 2019 और 2020 में, जो काम मैं कर रही थी, वो अचानक मुझसे छिन गया और मैंने खुद को एक खाली दीवार के सामने खड़ा पाया'. नंदा ने इस बात को माना कि कोविड-19 महामारी, अपने सारे नुकसानों के बावजूद, कुछ मायनों में लोगों को बराबरी पर ले आई. उन्होंने कहा, 'कोविड एक तरह से भगवान की कृपा जैसा था'. 


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नंदा को बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा


उन्होंने कहा, 'अचानक, सब लोग एक ही हालात में आ गए और एक जैसी मुश्किलों से जूझ रहे थे. ऐसा लगा जैसे भगवान ने ये याद दिलाया कि जो लोग मुझसे बचते थे, वो अब वही मुश्किलें झेल रहे थे'. महामारी के दौरान नंदा को बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन इन्हीं मुश्किलों ने उन्हें कुछ नया करने और अपनी रचनात्मकता को फिर से खोजने का मौका भी दिया. उन्होंने बताया, 'उस मुश्किल समय में मैंने अपने सबसे बेहतरीन काम किए'. 



महामारी के दौरान किए सबसे बेहतरीन काम


नंदा ने बताया, ''द डेली आई' का आइडिया भी इसी दौरान आया, जो अब एक शानदार ऑनलाइन मीडिया प्लेटफॉर्म है. मैंने डिजिटल मीडिया में हाथ आजमाया और कुछ ऑनलाइन कोर्स किए. फ़ोटोग्राफ़ी के लिए मेरा जुनून और बढ़ा और मैंने ग्राफ़िक आर्ट्स में भी महारत हासिल की. आज मैं खुद पर गर्व महसूस करती हूं, क्योंकि मैं अपने पैरों पर खड़ी हूं और ऐसे काम कर रही हूं जिससे मुझे खुशी मिलती है'. नंदा ने कहा, 'चाहे कोई मुझे शामिल करे या न करे, मैं अपने तरीके से काम कर रही हूं. मैं अपनी शर्तों पर जी रही हूं और ऐसा काम कर रही हूं जो मुझे खुश करता है'.