सेना का 1 corps क्या है.. जहां राजनाथ सैनिकों के साथ करेंगे योग, आखिर क्यों चिढ़ जाएगा ड्रैगन
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सेना का 1 corps क्या है.. जहां राजनाथ सैनिकों के साथ करेंगे योग, आखिर क्यों चिढ़ जाएगा ड्रैगन

Rajnath Singh: योग दिवस पर रक्षा मंत्री अक्सर जवानों के साथ ही होते हैं. और वन कोर के जवानों के साथ योग करके रक्षा मंत्री ने सीधे चीन को करारा संदेश देने की तैयारी की है. भारतीय सेना की स्ट्राइक कोर में डिफेंस मिनिस्टर के योग का मतलब चीन को जरूर समझ आ रहा होगा.

सेना का 1 corps क्या है.. जहां राजनाथ सैनिकों के साथ करेंगे योग, आखिर क्यों चिढ़ जाएगा ड्रैगन

International Yoga Day: 21 जून को जब प्रधानमंत्री मोदी कश्मीर में योग कर रहे होंगे..उस समय डिफेंस मिनिस्टर राजनाथ सिंह भारतीय सेना की एक खास टुकड़ी के साथ मथुरा में योगासन करेंगे.. मथुरा में भारत की एक सीक्रेट सेना का हेडक्वार्टर है..जिसका चीन के साथ 36 का आंकड़ा है..इसलिये जब राजनाथ सिंह मथुरा में होंगे तो बीजिंग की नजर जरूर वहीं पर टिकी होगी..

मथुरा में योग दिवस मनाएंगे

सच तो ये है कि 21 जून को डिफेंस मिनिस्टर का योगासन देखकर बीजिंग में शीर्षासन शुरु हो जाएगा. इसकी वजह है राजनाथ सिंह की लोकेशन...वो इंटरनेशनल योगा डे पर सेना के जवानों के साथ मथुरा में योग दिवस मनाएंगे..ये भारतीय सेना की स्ट्राइक करनेवाली वन कोर का हेडक्वार्टर होगा..जिसे चीन का मुकाबला करने के लिए LAC पर तैनात किया गया है.

मथुरा की वन कोर

स्ट्राइक कोर दुश्मनों के खिलाफ तेज रफ्तार से आक्रामक कार्रवाई के लिये तैयार रहने वाली सेना की ऐसी फोर्स है जिसे खास तौर पर भारत के शत्रुओं को चुनौती देने के लिये बनाया गया है..सबसे पहले मथुरा की वन कोर की खासियतों को समझिये.

वन कोर में पैदल सेना, हवाई सुरक्षा करनेवाली एयरडिफेंस यूनिट..बख्तरबंद डिवीजन, इंजीनियर ब्रिगेड, तोपखाने के अलावा स्ट्रैटजिक न्यूक्लियर कमांड भी मौजूद है.
- 1965 के युद्ध में वन कोर ने पाकिस्तान के सियालकोट सेक्टर के 200 वर्ग मील इलाके पर कब्जा किया था और इस युद्ध में पाकिस्तान के 144 टैंक नष्ट किये गये थे.
- पहले इस कोर को भारत की पश्चिमी सीमा यानी पाकिस्तान के खिलाफ सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई थी
- हालांकि 2022 के बाद वन कोर का टारगेट पाकिस्तान के बदले चीन पर शिफ्ट कर दिया गया है. यानी पश्चिमी सीमा के बदले अब ये उत्तरी सीमा में लड़ने के लिये रेडी है.

रक्षा विशेषज्ञ पीके सहगल का कहना है कि हिंदुस्तान के पास इस वक्त 4 रणनीतिक कोर है इसमें से तीन कोर जो हैं पाकिस्तान के लिए हैं और 17 कोर जो है वह चीन को ध्यान में रखकर बनाई गई है लेकिन कुछ वर्ष पहले गलवान के बाद वन कोर जो पश्चिम में थी उसे माउंटेन कोर में कन्वर्ट कर दिया।

सेना की स्ट्राइक कोर का मकसद

अब भारतीय सेना की स्ट्राइक कोर का मकसद समझिए..इसे भविष्य की तेज रफ्तार वाली लड़ाई में दुश्मनों पर घातक वार करने के लिये बनाया गया है. आने वाले समय में जो भी युद्ध होंगे वो बहुत ही कम समय के लिए लड़े जाएंगे. कार्रवाइयां बहुत तेज रफ्तार से होंगी और दुश्मन पर हर किस्म की भारी से भारी गोलाबारी की जाएगी. कम समय में ही भारतीय सेना और वायुसेना की हर किस्म की फायरपावर का इस्तेमाल स्ट्राइक कोर की युद्धनीति में किया जाएगा..

डिफेंस मिनिस्टर के योग का मतलब

भारतीय सेना की स्ट्राइक कोर में डिफेंस मिनिस्टर के योग का मतलब चीन को जरूर समझ आ रहा होगा. प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री 21 जून को  ऐसी जगह योग करते हैं जिसका अंतरराष्ट्रीय रणनीतिक महत्व होता है. योग दिवस पर डिफेंस मिनिस्टर सुबह-सुबह वन कोर के ट्रेनिंग ग्राउंड पर जवानों के साथ योगासन करते नजर आएंगे. वन कोर के हेडक्वार्टर में राजनाथ सिंह के पहुंचने के रणनीतिक मायने भी निकाले जा रहे हैं.

- कुछ ही समय पहले ही वन कोर का ऑपरेशनल कमांड उत्तरी कमान को सौंपा गया है
- साल 2020 में गलवान घाटी की घटना के बाद सेना ने इस स्ट्राइक कोर के कुछ दस्तों को भी LAC पर तैनात किया है. ताकि चीन की किसी भी चाल को मात दी जा सके. 

(प्रणय उपाध्याय, जी मीडिया दिल्ली)

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