Suella Braverman controversial statements on India: ब्रिटेन की 'बड़बोली' गृह मंत्री सुएला ब्रेवरमैन को मंत्रिपरिषद के फेरबदल में कैबिनेट से बर्खास्त कर दिया गया है. उनकी जगह पर विदेश मंत्री जेम्स क्लेवरली को ब्रिटेन का नया गृह मंत्री बनाया गया है. वहीं विदेश मंत्री पद पर ब्रिटेन के पूर्व पीएम डेविड कैमरन को नियुक्त किया गया है. सुएला ब्रेवरमैन पर कार्रवाई ‘द टाइम्स’ में लिखे उस आर्टिकल के बाद की गई है, जिसमें उन्होंने लंदन पुलिस पर फिलीस्तीन समर्थक प्रदर्शनकारियों के प्रति बहुत ज्यादा उदार होने का आरोप लगाया था. 


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सुएला क्यों हुई कैबिनेट से बर्खास्त?


सुएला ब्रेवरमैन (Suella Braverman) मूलरूप से भारतवंशी हैं. अपने आर्टिकल में सुएला ब्रेवरमैन ने इस बात पर नाराजगी जताई थी कि लंदन का पुलिस बल फिलिस्तीनी समर्थक भीड़ की ओर से की किए जा रहे प्रदर्शनों पर ढिलाई बरत रहा था. उन्होंने इजरायल और यहूदियों के खात्मे के नारे लगाने वाले प्रदर्शनकारियों पर कठोर कार्रवाई न करने पर पुलिस की आलोचना की थी. सुएला ब्रेवरमैन ने युद्ध विराम का आह्वान करने वाले फिलीस्तीनी प्रदर्शनकारियों को देश में नफरत फैलाने वाला समूह बताया था. 


पार्टी सांसदों ने की थी आलोचना


उनके इस लेख की सत्तारूढ़ कंजर्वेटिव पार्टी के कई सांसदों ने आलोचना की थी. वे लंदन पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए जाने से नाराज थे. इस आर्टिकल के बाद से सुएला ब्रेवरमैन (Suella Braverman) के राजनीतिक भविष्य को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं. हालांकि ब्रेवरमैन का विवादों के साथ यह पहला वाकया नहीं था. खुद भारतवंशी होने के बावजूद वे भारत और भारतीयों के खिलाफ बोलकर दोनों देशों के रिश्ते बिगाड़ने का काम कर चुकी हैं. जिसके बाद भारत ने ब्रिटेन के साथ फॉरेन ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर बातचीत रोक दी थी. 


ब्रेवरमैन ने बिगाड़े भारत- ब्रिटेन के रिश्ते


असल में यूरोपीय संघ से अलग होने के बाद ब्रिटेन को अपने माल को वैश्विक बाजार में बेचने के लिए भारत जैसे बड़े बाजार की शिद्दत से जरूरत है. इसीलिए वहां की सरकार पिछले कुछ वर्षों से भारत के साथ FTA डील को फाइनल करने के लिए बातचीत कर रही है. इस डील पर फाइनल करने के लिए पीएम मोदी के ब्रिटिश दौरे का प्रोग्राम बन रहा था. लेकिन तभी सुएला ब्रेवरमैन (Suella Braverman) ने एक ब्रिटिश साप्ताहिक समाचार पत्रिका को दिया और पूरा मामला पटरी से उतर गया. 


पटरी से उतार दी थी FTA डील


सुएला ने इंटरव्यू में कहा, मुझे भारत के साथ FTA और खुली सीमा प्रवासन नीति के बारे में गहरी चिंता है. मुझे लगता कि ब्रिटेन के लोगों ने ब्रेक्सिट के लिए इसीलिए मतदान नहीं किया था. इंटरव्यू लेने वाले जब उनसे पूछा कि प्रस्तावित FTA डील में भारत के छात्रों और कारोबारियों के लिए वीजा लचीलेपन की बात भी शामिल की जा रही है तो उन्होंने स्पष्ट तौर पर इस पर आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि वीजा एक्सपायर हो जाने के बावजूद देश में रुकने वाले लोगों में सबसे बड़ा समूह भारतीयों (Suella Braverman controversial statements on India) का है और यह डील होने से भारतीयों की आमद और बढ़ जाएगी. 


भारत ने किया था तुरंत पलटवार  


अखबार में उनकी इस टिप्पणी के बाद भारत ने गहरी नाराजगी जताई थी. हालांकि ज्यादा बयानबाजी किए बिना भारत ने ब्रिटेन के साथ FTA पर चल रही बातचीत धीमी कर दी थी. यह ब्रिटेन के लिए बड़ा झटका था, जो भारत के साथ डील फाइनल करके फटाफट अपने उत्पाद भारत में डंप करके भारी मुनाफा कमाना चाहता था लेकिन भारत के पलटवार से उसका यह दांव पूरा नहीं हो पाया था. सुएला ब्रेवरमैन (Suella Braverman) की इस बयानबाजी से तत्कालीन ब्रिटिश पीएम लिज ट्रस को खासी शर्मिंदगी झेलनी पड़ी थी और भारत के साथ डील पटरी से उतर जाने पर ब्रिटेन में उनकी खूब आलोचना हुई थी.